Kedarnath Yatra 2025: भारी बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित, लैंडस्लाइड के बाद कई श्रद्धालु फंसे

Kedarnath Yatra 2025: पवित्र केदारनाथ यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई। उत्तराखंड पुलिस ने बताया कि मलबे और पत्थरों से मुनकटिया में सड़क पूरी तरह से बाधित हो गई है। उसने बताया कि गौरीकुंड से लौट रहे कुछ तीर्थयात्री क्षेत्र में फंस गए थे। लेकिन राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) के कर्मचारियों ने उन्हें वहां से निकाल लिया

अपडेटेड Jul 03, 2025 पर 10:51 AM
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Kedarnath Yatra 2025: भारी बारिश के कारण सोनप्रयाग रूट प्रभावित होने से केदारनाथ यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित हो गई है

Kedarnath Yatra 2025: उत्तराखंड में सोनप्रयाग के पास मुनकटिया में बारिश के कारण गुरुवार को भूस्खलन हुआ। इसके बाद पवित्र केदारनाथ यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई। पुलिस ने बताया कि मलबे और पत्थरों से मुनकटिया में सड़क पूरी तरह से बाधित हो गई है। उसने बताया कि गौरीकुंड से लौट रहे कुछ तीर्थयात्री क्षेत्र में फंस गए थे। लेकिन राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) के कर्मचारियों ने उन्हें वहां से निकाला और सुरक्षित सोनप्रयाग पहुंचायाअधिकारियों ने बताया कि एहतियात के तौर पर केदारनाथ यात्रा फिलहाल रोक दी गई है

रिपोर्टों के अनुसार, प्रशासन द्वारा सड़क साफ किए जाने के बाद केदरानाथ यात्रा फिर से शुरू होगीरुद्रप्रयाग पुलिस ने अपने X पोस्ट में कहा, "सोनप्रयाग क्षेत्र के मुनकटिया स्लाइडिंग जोन में मलबा और पत्थर गिरने के कारण सड़क बाधित है। केदारनाथ धाम यात्रा को फिलहाल अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। सड़क साफ होने के बाद यात्रा फिर से शुरू होगी।"


उत्तराखंड पुलिस ने भी एक पोस्ट में लिखा, "प्रिय यात्रियों, मुनकटिया, सोनप्रयाग के पास भूस्खलन से रास्ता बंद हो गया है। केदारनाथ यात्रा अस्थाई रूप से रोकी गई है। SDRF ने यात्रियों का सफल रेस्क्यू कर सोनप्रयाग पहुंचाया गया। मार्ग को खोलने का कार्य तेजी से जारी है। मार्ग सुचारु होते ही यात्रा पुनः प्रारंभ की जाएगी।"

एक अधिकारी ने बताया कि रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ धाम से लौटते समय भूस्खलन क्षेत्र में लगभग 50 श्रद्धालु फंस गए थे। यात्रियों के फंसने की सूचना पर SDRF ने तत्काल रेस्क्यू कार्य शुरू करते हुए इन सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया। चारधाम यात्रा यानी केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की वार्षिक यात्रा हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक यात्राओं में से एक है।

केदारनाथ यात्रा के दौरान हर साल ही जुलाई के महीने में इस तरह की भूस्खलन की घटनाएं सामने आती रहती हैं। इस वजह से उत्तराखंड सरकार और NDRS और SDRF भी हमेशा भक्तों की मदद के लिए तैयार रहते हैं। कई बार भारी बारिश या फिर भूस्खलन की घटनाओं के कारण केदारनाथ यात्रा पर अस्थाई रूप से रोक लगाया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि श्रद्धालु खुद को इस तरह की दैविक घटनाओं से बचा सकें। ऐसी स्थिति में घटनाओं की आशंका बनी रहती है।

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उत्तराखंड सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि बुधवार देर रात केदारनाथ धाम के रास्ते में सोनप्रयाग के पास भारी भूस्खलन होने से भारी मात्रा में मलबा और पत्थर आ गया था। इसके कारण केदारनाथ रूट पूरी तरह से बाधित हो गया। केदारनाथ रूट्स में भूस्खन होने से यात्री रात 10 बजे से फंसे हुए थे। उन्हें गुरुवार सुबह सुरक्षित निकाल लिया गया। अब मलबा हटाने के बाद यात्रा को फिर चालू कर दिया जाएगा।

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First Published: Jul 03, 2025 10:37 AM

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