Kharmas 2025 date: शुरू होने वाला है कि खरमास, इस दिन से लग जाएगा मांगलिक कार्यों पर ब्रेक

Kharmas 2025 date: हिंदू धर्म में खरमास की अवधि में मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। दिसंबर में लगने वाले खरमास को पौष खरमास या धनु खरमास भी कहते हैं। यह अवधि तब शुरू होती है जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं। इसका समापन सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर होता है।

अपडेटेड Nov 26, 2025 पर 11:43 AM
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खरमास में सूर्यदेव और विष्णु जी की पूजा करना फलदायी होता है।

Kharmas 2025 date: हिंदू धर्म में मांगलिक कार्य करने से पहले तिथि और मुहूर्त के साथ ही काल और ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति भी देखी जाती है। साल में कुछ समय ऐसे होते हैं, जब मांगलिक और शुभ कार्यों पर रोक रहती है। शादी-विवाह से लेकर गृह प्रवेश तक के सभी मुहूर्त अस्थायी रूप से रुक जाते हैं। इसे खरमास कहते हैं और यह साल में दो बार होता है। नए साल यानी 2026 में जनवरी में जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे, तब मकर संक्रांति के बाद से फिर मांगलिक और शुभ कार्य शुरू हो जाते हैं।

साल में दो बार लगता है खरमास

ज्योति शास्त्र की गणना के अनुसार वर्ष में दो बार खरमास लगता है। सूर्य हर माह एक-एक राशि में भ्रमण करते हैं। जब वह गुरु ग्रह की धनु राशि और मीन राशि में प्रवेश करते हैं तो एक माह के लिए खरमास लगता है। धनु राशि में प्रवेश करने पर धनु खरमास, दिसंबर में लगता है और मीन राशि में प्रवेश करने पर मार्च में खरमास लगता है। खरमास पूरे एक महीने तक चलता है। पौष के महीने में लगने वाले खरमास में मांगलिक कार्य बंद होंगे, लेकिन सूर्य की उपासना की जा सकती है।

इस दिन से लग जाएगा पौष खरमास

देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुदगल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंद किशोर मुदगल ने लोकल 18 को बताया कि सनातन धर्म में शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्य ग्रह नक्षत्र देखकर ही किया जाता है ताकि शुभ विवाह पर सकरात्मक प्रभाव पड़े। जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करता है तो माना जाता है सूर्य अस्त हो जाता है और मांगलिक कार्य में सूर्य या शुक्र अस्त हो जाये तो नहीं करना चाहिये। लेकिन जैसे ही एक महीने बाद सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेगा तो फिर से मांगलिक कार्य शुरू हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि ऋषिकेश पंचांग के अनुसार 2025 में वैसे तो 04 दिसंबर से ही शुभ लग्न नहीं हैं, लेकिन 17 सितंबर को सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने के बाद से पूरे एक महीने के लिये सभी मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे। इसके बाद 2026 में 14 जनवरी के बाद जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे तो फिर सभी प्रकार के मांगलिक कार्य शुरू होंगे।


खरमास में नहीं करें ये काम

  • खरमास के दौरान शादी-विवाह, गृह प्रवेश, सगाई जैसे मांगलिक कार्य करना वर्जित होता है।
  • इस अवधि में तामसिक चीजों से दूरी बनाकर रखना चाहिए।
  • कोई भी नया काम शुरू नहीं करना चाहिए।
  • जन्म कुंडली में गुरु ग्रह अगर अशुभ स्थिति में है तो खरमास में इससे संबंधित उपाय करना चाहिए।
  • खरमास में सूर्यदेव और विष्णु जी की पूजा करना फलदायी होता है।
  • खरमास के दौरान नई वधू का गृह प्रवेश भी नहीं कराना चाहिए।
  • खरमास में मुंडन और नामकरण जैसे कार्य भी नहीं किए जाते हैं।

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