December Ekadashi 2025: एकादशी व्रत करने वालों के लिए खास होगा दिसंबर का महीना, आएंगी तीन एकादशी तिथियां

December Ekadashi 2025: ये सुनकर अगर आपको भी हैरत हो रही है, तो पहले हिंदू पंचांग देख लीजिए। साल 2025 में दो नहीं तीन एकादशी तिथियां पड़ने वाली हैं। इस लिहाज से एकादशी व्रत करने वालों के लिए ये महीना खास होगा। आइए जानें इनके नाम और व्रत की तारीखें

अपडेटेड Nov 26, 2025 पर 7:00 AM
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इस बार दिसंबर के महीने में हिंदू पंचांग के अनुसार तीन एकादशी तिथियां पड़ेंगी।

December Ekadashi 2025: हिंदू धर्म में एकादशी के व्रत का बहुत महत्व है। इस व्रत को भगवान श्रीहरि विष्णु की कृपा पाने का सबसे सरल उपाय माना जाता है। प्रत्येक हिंदू कैलेंडर में दो एकादशी तिथियां आती हैं, एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में। इस तरह एक पूरे हिंदू वर्ष में 24 एकादशी पड़ती हैं। ये सभी अलग-अलग नामों से जानी जाती हैं और इनका महत्व भी भिन्न होता है। अंग्रेजी कैलेंडर के हर महीने में भी दो एकादशी आती हैं, लेकिन आने वाले महीने यानी दिसंबर में तीन एकादशी तिथियां आएंगी।

साल 2025 खत्म होने की तरफ बढ़ रहा है। साल का 11वां महीना नवंबर खत्म होने के करीब है और दिसंबर साल का अंतिम महीना होता है। इस बार दिसंबर के महीने में हिंदू पंचांग के अनुसार तीन एकादशी तिथियां पड़ेंगी। इनमें मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी आएगी। इसके अलावा, पौष मास के कृष्ण पक्ष की सफला एकादशी और शुक्ल पक्ष की पौष पुत्रदा एकादशी भी दिसंबर में ही आएगी। आइए जानें इन एकादशी तिथियों की तारीख क्या है और इनके महत्व के बारे में जानें

मोक्षदा एकादशी - 1 दिसंबर 2025

तिथि - 30 नवंबर, रात 9.29 बजे से 1 दिसंबर, शाम 7.01 बजे तक

पूजा मुहूर्त - सुबह 6.56 बजे से सुबह 8.15 बजे तक

व्रत पारण समय - 2 दिसंबर को शाम 6.57 बजे से रात 9.03 बजे तक


महत्व - मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी का व्रत रखने से सभी पाप मिटते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। पौराणिक कथा के अनुसार, राजा वैखानस ने मोक्षदा एकादशी का व्रत विधि पूर्वक किया था तो उनके पिता को नरक से मुक्ति मिल गई थी।

सफला एकादशी - 15 दिसंबर 2026

तिथि - 14 दिसंबर, शाम 6.49 बजे से 15 दिसंबर, रात 9.19 बजे तक

पूजा मुहूर्त - सुबह 7.06 बजे से सुबह 8.24 बजे तक

पारण समय - 16 दिसंबर को सुबह 7.07 बजे से सुबह 9.11 बजे तक

महत्व - धर्मग्रंथों में इस एकादशी के बारे में कहा गया है कि हजारों वर्ष तक तपस्या करने से जिस पुण्यफल की प्राप्ति होती है, वह पुण्य भक्तिपूर्वक रात्रि जागरण सहित सफला एकादशी का व्रत करने से मिलता है। सभी कार्य सफल होते हैं।

पौष पुत्रदा एकादशी - 30 दिसंबर 2025

तिथि - 30 दिसंबर, सुबह 7.50 बजे से 31 दिसंबर, सुबह 5.00 बजे तक

पूजा मुहूर्त - सुबह 9.49 बजे से सुबह 11.06 बजे तक

पारण समय - 31 दिसंबर को दोपहर 1.26 बजे से दोपहर 3.31 बजे तक

महत्व – पौष पुत्रदा एकादशी व्रत संतान प्राप्ति के लिए बहुत पुण्य फलदायी माना गया है। यह तिथि सब पापों को हरने वाली पितृऋण से मुक्ति दिलाने में सक्षम है।

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