Sawan 2025: हिंदू धर्म में श्रावण मास का बहुत महत्व है। पूरे देश में हिंदू इस मास में भगवान शिव की पूजा करते हैं और धूमधाम मनाते हैं। इस मास में जहां कई त्योहार आते हैं, वहीं सावन के सोमवार के व्रत का भी विशेष महत्व रहता है। मान्यता है कि सावन के सोमवार का व्रत करने पर भगवान शिव और मां पार्वती का आर्शीवाद मिलता है। देश के अलग-अलग हिस्सों में सावन को अलग अलग तिथियों पर मनाया जाता है। 2025 में सावन का महीना उत्तर भारत में जहां 11 जुलाई से 9 अगस्त के बीच मनाया जायेगा, वहीं दक्षिण और पश्चिम भारत में इसे 25 जुलाई से 23 अगस्त के बीच माना जायेगा। जबकि नेपाल, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में सावन का महीना 16 जुलाई से शुरू होकर 16 अगस्त को खत्म होगा।
सावन के सोमवार व्रत भगवान शिव को समर्पित आस्था का पर्व है। यह उपवास मां पार्वती और महादेव से स्वास्थ्य, समृद्धि और वैवाहिक सुख का आर्शीवाद पाने के लिए किया जाता है। सावन के पहले सोमवार से 16 सोमवार व्रत शुरू करने की भी मान्यता है। इस व्रत के दौरान शिवलिंग पर दूध और बेल-पत्र आदि भोलेनाथ की प्रिय वस्तुएं चढ़ाने का विशेष महत्व है।
चूंकि सावन का महीना देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तिथियों पर शुरू और समाप्त होगा, इसलिए पहले और अंतिम सोमवार की तिथियां भी भिन्न होंगी। उत्तर भारत में सावन का पहला सोमवार 14 जुलाई को होगा, जबकि अंतिम सोमवार 4 अगस्त को होगा। दक्षिण और पश्चिम भारत में पहला सोमवार 28 जुलाई को और अंतिम सोमवार 28 अगस्त को होगा। नेपाल, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में पहला सोमवार 21 जुलाई को और अंतिम सोमवार 11 अगस्त को मनाया जाएगा।
उत्तर भारत में Sawan 2025 के सोमवार की तिथियां
Sawan 2025 के व्रत-त्योहार