Krishna Janmashtami 2025: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार हर साल भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान कृष्ण का जन्म इसी तिथि पर रोहिण नक्षत्र में हुआ था। यह हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार 16 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा।
कृष्ण जन्माष्टमी की निशिता पूजा का शुभ मुहूर्त कल मध्यरात्रि में 12.04 बजे से 12.47 बजे तक रहेगा। पूजा के लिए कुल 43 मिनट का समय मिलेगा। भक्त जन्माष्टमी व्रत का पारण 17 अगस्त की सुबह 5:51 बजे के बाद ही करेंगे।
ग्रहों के दुर्लभ संयोग से बढ़ा महत्व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के त्योहार पर कुछ ऐसे दुर्लभ संयोग बन रहे हैं कि ये पर्व विशेष फलदायी हो रहा है। जन्माष्टमी पर वृद्धि, सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग बन रहा है। इसके साथ ही, सुबह 11.43 बजे पर चंद्रमा राशि परिवर्तन कर वृषभ राशि में अपना स्थान लेंगे। वहीं, मध्यरात्रि को 1.41 बजे ग्रहों के राजा सूर्य सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। जबकि शुक्र और गुरु दोनों के इस समय मिथुन राशि में विराजमान होने से गजलक्ष्मी योग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार ग्रहों का ये संयोग तीन राशि वालों के लिए बहुत शुभकारी होगा।
वृषभ राशि : इस राशि के जातकों के लिए ग्रहों का ये संयोग आगे बढ़ने के मौके लेकर आया है। इस दौरान नौकरीपेशा जातकों को नए अवसर मिलेंगे। कारोबारी जातकों को अच्छा मुनाफा हो सकता है। नई योजनाओं में सफलता मिलेगी और आर्थिक स्थिति में सकारात्मक बदलाव आ सकता है। आपको कोई अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है। इस संयोग से मानसिक तनाव में भी कमी आएगी।
वृश्चिक राशि : ग्रहों के इस अद्भुत मेल से नौकरीपेशा जातकों को करियर में ऊंचाई मिलेगी। व्यापार में लाभ और नौकरीशुदा जातकों का वेतन बढ़ सकता है। विदेश यात्रा का मौका मिल सकता है। यह अवधि आपके लिए मनमुताबिक रहने वाली है। विवाह के लिए योग्य साथी का प्रस्ताव आपके जीवन में नई दिशा लेकर आएगा।