Narak Chaturdashi 2025: नरक चतुर्दशी को छोटी दिवाली या रूप चौदस भी कहा जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था और उसकी कैद से हजारों की संख्या में गोपियों की रक्षा की थी। इसी कारण यह दिन अंधकार और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक बन गया और इसे दिवाली से पहले दिवाली की तरह मनाया जाता है। इसी वजह से इस पर्व को छोटी दिवाली भी कहते हैं। यह दिवाली के पांच दिनों के पर्व में दूसरे दिन यानी कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस साल ये पर्व रविवार 19 अक्टूबर के दिन मनाया जाएगा। इस दिन की खास पूजा और अनुष्ठान में अभ्यंग स्नान और यम दीपदान के साथ ही श्रीकृष्ण, यमराज और देवी लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इससे घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है। आइए जानते हैं अभ्यंग स्नान का महत्व और विधि