जूनियर विश्व कप हॉकी टूर्नामेंट की शुरुआत अगले महीने नवंबर से होगा। इस टूर्नामेंट से पहले एक बड़ी खबर आ रही है। पाकिस्तान ने नवंबर-दिसंबर में भारत में होने वाले जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप से अपना नाम वापस ले लिया है। इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (FIH) ने शुक्रवार को पीटीआई को जानकारी दी है। जूनियर विश्व कप हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक चेन्नई और मदुरै में होगा। इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (FIH) पाकिस्तान की जगह कौन सी टीम खेलेगी, इसका ऐलान जल्द करेगा।
24 टीमों वाले जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को भारत, चिली और स्विट्जरलैंड के साथ एक ही ग्रुप में रखा गया था। इससे पहले बिहार के राजगीर में हुए एशिया कप में भी पाकिस्तान ने हिस्सा नहीं लिया था, जहां उसकी जगह बांग्लादेश ने ली थी। रिपोर्टों के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों की वजह से पाकिस्तान ने एशिया कप और जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप टूर्नामेंटों से अपना नाम वापस ले लिया है।
पाकिस्तान नहीं लेगा हिस्सा
एफआईएच ने पीटीआई को जारी एक बयान में कहा, “हम ये कन्फर्म करते हैं कि पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन ने इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (एफआईएच) को सूचित किया है कि उसकी टीम, जो तमिलनाडु में होने वाले आगामी एफआईएच हॉकी मेन्स जूनियर वर्ल्ड कप 2025 के लिए क्वालिफाई हुई थी, अब इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेगी।” बयान में आगे कहा गया, “इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान की जगह खेलने वाली टीम की घोषणा जल्द ही की जाएगी।”
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद भारत की जवाबी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद से दोनों देशों के बीच खेल संबंधों में तनाव बढ़ गया है।
पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन (PHF) के सचिव राणा मुजाहिद ने कहा कि वर्तमान हालात अनुकूल नहीं हैं। टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट्स से बातचीत में राणा मुजाहिद ने कहा, “हां, हमें लगता है कि मौजूदा परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं। हाल ही में हुए एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट ने यह साफ दिखा दिया है कि भारत में पाकिस्तान के प्रति नकारात्मक माहौल है। भारतीय खिलाड़ियों ने हमारे खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया और बाद में उन्होंने मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से भी मना कर दिया, जो बेहद निराशाजनक था।” राणा मुजाहिद ने कहा, “हम जानते हैं कि यह हमारे जूनियर खिलाड़ियों के लिए बड़ा नुकसान है, लेकिन मौजूदा हालात और भारत में फैली नेगटिव इमोशन को देखते हुए, हमें लगता है कि यह फैसला सही और समझदारी भरा है।”