Amar Subramanya: एपल ने अपने सीनियर वाइस प्रेसीडेंट जॉन गियानंद्रिया के पद छोड़ने की पुष्टि कर दी है। कंपनी ने साल 2018 में अपने AI के प्रयासों को लेकर जॉन को अपॉइंट किया था। अब एपल ने उनकी जगह भारतीय मूल के अमर सुब्रमण्यम को दी है, जो माइक्रोसॉफ्ट और गूगल के डीपमाइंड में काम कर चुके एक अनुभवी रिसर्चर हैं। एपल इंटेलिजेंस के 2024 में लॉन्च होने के बाद यह कंपनी के AI डिवीजन में यह पहला बड़ा नेतृत्व परिवर्तन है।
AI दौड़ में एपल की चुनौतियां
एपल में यह बदलाव एक मुश्किल समय में हुआ है। एपल इंटेलिजेंस को कंपनी की बड़ी AI शुरुआत के रूप में पेश किया गया था, लेकिन यह यूजर्स के बीच उतनी पॉपुलर नहीं हो पाया है। इंडस्ट्री के विशेषज्ञ इस पूरे साल यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या एपल AI की दौड़ में माइक्रोसॉफ्ट, गूगल और मेटा जैसी कंपनियों से पिछड़ गया है, जो डेटा सेंटरों, उन्नत चिप्स और फ्रंटियर मॉडलों में अरबों का निवेश कर रहे हैं।
इस साल एपल के शेयरों में 16% की वृद्धि के बावजूद, यह अभी भी अपने तकनीकी साथियों से पीछे है। निवेशक AI के प्रति एपल के धीमे, डिवाइस-केंद्रित दृष्टिकोण से थोड़े असहज हो गए हैं। हालांकि, एपल ने अपने AI खर्च को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने का वादा किया है और सिरी के साथ ChatGPT को लाने के लिए OpenAI के साथ साझेदारी की है।
क्या होगी अमर सुब्रमण्यम की भूमिका?
अब अमर सुब्रमण्यम AI के उपाध्यक्ष का पद संभालेंगे और सॉफ्टवेयर प्रमुख क्रेग फेडेरिघी को रिपोर्ट करेंगे, जो एपल के अनुसार पहले से ही AI डेवलेपमेंट में पहले से शामिल रहे हैं। फाउंडेशन मॉडल, AI रिसर्च और सुरक्षा पर केंद्रित टीमें अमर सुब्रमण्यम के पास चली जाएंगी, जबकि पहले गियानंद्रिया के तहत आने वाले अन्य समूह अब COO सबिह खान और सेवा प्रमुख एडी क्यू को रिपोर्ट करेंगे।
अनुभव का खजाना हैं अमर सुब्रमण्यम
एपल में नए AI वाइस चीफ के रूप में नियुक्त हुए अमर सुब्रमण्यम का अनुभव उन्हें इस महत्वपूर्ण भूमिका के लिए एक मजबूत दावेदार बनाता है। सुब्रमण्यम हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट में AI के कॉर्पोरेट उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे। इससे पहले, उन्होंने गूगल में 16 साल बिताए, जहां वह अन्य जिम्मेदारियों के साथ-साथ, विशेष रूप से जेमिनी असिस्टेंट के लिए इंजीनियरिंग के प्रमुख भी थे। एपल का सबसे बड़ा लक्ष्य वर्तमान में अपने सर्विस और प्रोडक्ट में एडवांस AI फीचर को जोड़ना है, और कंपनी ने सुब्रमण्यम के अनुभव को 'एपल के चल रहे इनोवेशन और भविष्य के ऐप्पल इंटेलिजेंस सुविधाओं के लिए महत्वपूर्ण' बताया है।
टिम कुक ने AI को एपल की रणनीति के केंद्र में बताते हुए कहा है कि सुब्रमण्यम अपनी नई भूमिका में 'असाधारण AI विशेषज्ञता' लाएंगे। शैक्षणिक रूप से सुब्रमण्यम ने बैंगलोर यूनिवर्सिटी (1997-2001) से इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया और बाद में 2005 और 2009 के बीच वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री प्राप्त की।