Apple ने अब तक का सबसे पतला iPhone, iPhone Air पेश किया है। 5.6 मिमी पतले फ्रेम और 6.5 इंच डिस्प्ले वाले इस मॉडल को कंपनी ने केवल डिजाइन शोकेस के तौर पर नहीं, बल्कि अपनी इंजीनियरिंग क्षमता को दर्शाने के लिए लॉन्च किया है। टेक विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम आने वाले समय में Apple के सबसे महत्वाकांक्षी प्रोडक्ट फोल्डेबल iPhone की तैयारी का हिस्सा है।
ब्लूमबर्ग के मार्क गुरमन का कहना है कि Apple का पहला फोल्डेबल फोन उसके 2026 लाइनअप का "स्टार" होगा, जिसे "दो टाइटेनियम iPhone Airs को एक साथ रखने" के लिए डिजाइन किया गया है। यानी इससे पता चलता है कि Apple एक ऐसे फोल्डेबल फोन को टार्गेट कर रहा है जो एक रेगुलर स्लैब फोन जितना पतला हो। एक ऐसा कारनामा जिसे Samsung भी अपने Galaxy Z Fold7 (4.2 मिमी अनफोल्डेड) के साथ अभी-अभी पूरा करने की कोशिश कर रहा है।
दरअसल, कभी-कभी ऐसा लगता है कि Apple, Samsung की रणनीति से कुछ सीख रहा है। अपने सबसे पतले फोल्डेबल फोनों को पेश करने से पहले, Samsung ने अपना पहला अल्ट्रा-थिन स्मार्टफोन, Galaxy S25 Edge (5.8 मिमी मोटा) पेश किया, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि वह अपने फ्लैगशिप हार्डवेयर को पतले फ्रेम में भी समेट सकता है।
इस कदम ने Samsung को अपने कॉम्पैक्ट फोल्डेबल फोन लॉन्च करने से पहले विश्वसनीयता बनाने में मदद की। ऐसा लगता है कि Apple का iPhone Air भी कुछ ऐसा ही कर रहा है। यानी यह झलक देता है कि आने वाला Apple का फोल्डेबल iPhone कितना पतला हो सकता है।
Nikkei Asia की रिपोर्ट के मुताबिक, Apple ने ताइवान में टेस्ट प्रोडक्शन के लिए सप्लायर्स के साथ बातचीत शुरू कर दी है, और भारत में बड़े पैमाने पर उत्पादन पर विचार किया जा रहा है। फिर भी, गुरमन का कहना है कि चीन में फॉक्सकॉन एक प्रमुख असेंबली पार्टनर बना रहेगा।
स्पेसिफिकेशन्स को लेकर अटकलें तेज हो रही हैं। जेपी मॉर्गन के समिक चटर्जी ने पहले CNBC को बताया था कि फोल्डेबल iPhone में 7.8 इंच का इनर डिस्प्ले, 5.5 इंच की आउटर स्क्रीन और बिना क्रीज वाला पैनल भी हो सकता है। उनका अनुमान है कि इस डिवाइस की शुरुआती कीमत $1,999 होगी और यह $65 बिलियन का राजस्व उत्पन्न कर सकता है, जिससे मध्यम अवधि में आय में वृद्धि होगी।
लेकिन यह फोल्डेबल हर किसी के लिए आसानी से उपलब्ध नहीं होगा। एनालिस्ट Ming-Chi Kuo का अनुमान है कि फोन की फाइनल स्पेसिफिकेशन्स 2025 के बीच तक तय होंगी और पहली शिपमेंट 2026 के आखिर में सिर्फ 3-5 मिलियन यूनिट तक सीमित रहेगी। इसके बाद इसका दूसरा मॉडल 2027 में आ सकता है।