त्योहारी सीजन में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह की खरीदारी होती है। अब, 22 सितंबर को जीएसटी 2.0 सुधार लागू होने के साथ, जो कि नवरात्रि के पहले दिन के साथ मेल खाता है, ग्राहक कम करों का लाभ उठा सकते हैं और अपनी त्योहार की खरीदारी को और भी रोमांचक बना सकते हैं। लेकिन इसी मौसम में साइबर अपराध और फिशिंग गतिविधियों में भी वृद्धि दर्ज किया जाता है। इसलिए, खरीदारों को सतर्क रहने की जरूरत है।
फेस्टिव सीजन सेल्स: धोखाधड़ी का बढ़ता खतरा
स्कैमर्स त्योहारों की सेल्स का फायदा उठाकर खरीदारों को निशाना बनाते हैं। वे नकली वेबसाइट्स, फिशिंग लिंक, फ्रॉड वाले QR कोड और फर्जी मैसेज का सहारा लेते हैं। उत्पादों का समर्थन करने वाले इन्फ्लुएंसर्स या नकली ग्राहक सहायता नंबरों के डीपफेक भी इस दौरान अधिक नियमित हो जाते हैं। इस खतरे की गंभीरता को McAfee Labs की जुलाई 2025 की रिपोर्ट में उजागर किया गया था, जिसमें पाया गया कि उस समय 36,000 से ज्यादा फेक Amazon साइट्स और 75,000 फर्जी मैसेज सामने आए थे।
सुरक्षित ऑनलाइन शॉपिंग के लिए टिप्स
कुछ छुट्टियों के दौरान होने वाले घोटालों से सावधान रहें