जहां एक तरफ iPhone 17 सीरीज की चर्चा जोरों पर है, वहीं, दूसरी तरफ अगले साल लॉन्च होने वाले फोल्डेबल iPhone का इंतजार सभी को है। दरअसल खबरें आ रही हैं कि Apple 2026 में फोल्डेबल iPhone लॉन्च करने वाला है। ब्लूमबर्ग के टेक रिपोर्टर मार्क गुरमन के मुताबिक, कंपनी का पहला फोल्डेबल iPhone, जिसे कोड-नेम V68 दिया गया है, iPhone 18 सीरीज का हिस्सा होगा और इसके जरिए Apple सीधे Samsung और चाइनीज कंपनियों को टक्कर देगा, जो साल 2019 से ही इस कैटेगरी में मौजूद हैं। रिपोर्ट के अनुसार, iPhone Fold में Samsung के Galaxy Z Fold सीरीज जैसा बुक स्टाइल फोल्डिंग फॉर्मेट होगा जो एक कॉम्पैक्ट टैबलेट के साइज के डिस्प्ले में खुलेगा। इसमें 4 कैमरे, फेस आईडी की जगह टच आईडी और ई-सिम मिलने की उम्मीद है। अब आइए इसके बारे में डिटेल में जानते हैं।
टेक रिपोर्टर गुरमन के अनुसार, Apple के सप्लायर्स ने नए मॉडल पर काम करना शुरू कर दिया है। 2026 की शुरुआत में प्रोडक्शन बढ़ाने का प्लान है। हालांकि, डिजाइन अभी फाइनल नहीं हुआ है। Apple कथित तौर पर फिलहाल सिर्फ ब्लैक और व्हाइट कलर ऑप्शन की टेस्टिंग कर रहा है। फोल्डेबल iPhone में Apple की अपकमिंग C2 मॉडेम चिप होने की बात भी कही गई है, जो इसका पहला इन हाउस सेलुलर मॉडेम है, जो Qualcomm के लेटेस्ट प्रोडक्ट से मिलता जुलता है। यही चिप iPhone 18 Pro सीरीज में भी होने की उम्मीद है।
रिपोर्ट्स के अनुसार फोल्डेबल iPhone में कुल चार कैमरे होंगे- एक कैमरा इसकी बाहरी स्क्रीन पर होगा, एक अंदर की बड़ी स्क्रीन पर और दो पीछे की ओर होंगे। पीछे का मेन कैमरा हाई डेफिनेशन फोटो लेगा और दूसरा कैमरा अल्ट्रा वाइड या टेलिफोटो के लिए हो सकता है। यह फोन बंद या खुली दोनों हालत में एक नॉर्मल iPhone की तरह काम करेगा।
कैमरा के अलावा सबसे खास बात यह हो सकती है कि Apple iPad में मल्टीटास्किंग फीचर्स को iOS में लाया जाए। स्प्लिट-स्क्रीन ऐप्स, ड्रैग-एंड-ड्रॉप और यहां तक कि Apple Pencil सपोर्ट भी इसमें देखने को मिल सकता है।
Face ID की जगह लेगी Touch ID
iPhone फोल्ड को लेकर एक खबर यह भी मिल रही है कि इसमें Face ID की जगह Touch ID होगा। मतलब इसमें फिंगरप्रिंट सेंसर लगा होगा। दरअसल बताया गया है कि इसकी वजह फोन का पतलापन होगा। इस बारे में एनालिस्ट मिंग ची कुओ का कहना है कि iPhone Fold बंद होने पर 9-9.5mm मोटा होगा और खुलने पर केवल 4.5-4.8mm पतला। इतने पतले फोन में Face ID के मॉड्यूल को फिट कर पाना संभव नहीं होगा।
यह फोन पूरी तरह eSIM-only होगा। यानी इसमें कोई फिजिकल SIM स्लॉट नहीं दिया जाएगा। Apple पहले से ही iPhone Air और अमेरिका में लॉन्च हुए iPhones के साथ यह कदम उठा चुका है और अब कंपनी इसे अपने फोल्डेबल मॉडल्स में भी लागू करने जा रही है। इसके अलावा, कंपनी इसमें अपना खुद का C1 modem chip इस्तेमाल करेगी
मिलेगी रिवर्स वायरलेस चार्जिंग
iPhone Fold को लेकर खबर यह भी है कि इसमें पहली बार रिवर्स वायरलेस चार्जिंग फीचर मिलेगा। अब तक iPhone सिर्फ वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट करता था, लेकिन फोल्ड होने वाला यह नया iPhone दूसरे डिवाइस को भी चार्ज कर सकेगा। यानी यह फोन एक चार्जर की तरह काम करेगा और आप इससे दूसरे फोन्स या वायरलेस ईयरबड्स जैसी डिवाइस भी चार्ज कर पाएंगे।
जेपी मॉर्गन के समिक चटर्जी जैसे विश्लेषकों के मुताबिक, Apple अपने फोल्डेबल फोन में 7.8 इंच की इनर डिस्प्ले और 5.5 इंच की कवर स्क्रीन दे सकता है। हालांकि, इससे यह सैमसंग के मौजूदा गैलेक्सी Z फोल्ड मॉडल से थोड़ा छोटा बनेगा, लेकिन Apple एक स्लिम और ज्यादा बेहतर डिजाइन पर काम कर सकता है। कुछ अफवाहों से पता चला है कि अनफोल्ड होने पर इसकी मोटाई सिर्फ 4.5 मिमी होगी, जो इसे मार्केट में सबसे स्लिम फोल्डेबल डिवाइसेज में से एक बना देगा।
Apple का पहला फोल्डेबल iPhone एक प्रीमियम डिवाइस के तौर पर लॉन्च किया जा सकता है, जिसकी कीमत करीब 1.72 लाख रुपये हो सकती है।
क्या Samsung को मिलेगी कड़ी टक्कर?
Samsung पिछले 5 सालों से फोल्डेबल मार्केट में आगे है। लेकिन इतिहास गवाह है कि Apple देर से आने के बावजूद मार्केट पर छा जाता है। न iPod पहला MP3 प्लेयर था, न iPhone पहला स्मार्टफोन, और न ही Apple Watch पहली स्मार्टवॉच थी। फिर भी Apple ने इन्हें मेनस्ट्रीम बना दिया। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि फोल्डेबल iPhone भी बाकी डिवाइसेज की तरह टेक्नोलॉजी ट्रेंड को मेनस्ट्रीम में ले आएगा।