SIM fraud: धोखाधड़ी करने वाले लोग लोगों को ठगने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं; अब सिम कार्ड के जरिए होने वाली धोखाधड़ी हर किसी के लिए चिंता का विषय बन गई है। आज के समय में, अपनी प्राइवेसी को सुरक्षित रखना और अनलॉक किए गए सिम कार्ड के कारण होने वाली धोखधड़ी से बचना बेहद जरूरी हो गया है।
जब आप अपने सिम को किसी खास पिन से लॉक नहीं करते हैं, तो ठगों के पास आपके फोन को कंट्रोल करने का पूरा मौका होता है। वे आपके OTP हासिल कर सकते हैं और आपकी ऑनलाइन पहचान का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। इतना ही नहीं, वे आपके UPI खातों, बैंक खातों, ईमेल और सोशल मीडिया खातों तक भी पहुंच सकते हैं। यह समस्या जितनी दिखती है उससे कहीं अधिक गंभीर है, लेकिन यदि आप अपने सिम को पिन से लॉक कर देते हैं, तो कोई भी आपका नंबर पोर्ट नहीं कर सकता या डुप्लिकेट सिम कार्ड नहीं बना सकता।
आप अपनी सिम कैसे लॉक कर सकते हैं:
1: हमेशा अपने टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर से अपना डिफॉल्ट सिम पिन जरूर पता करें। आमतौर पर यह "000" या "1234" होता है। यह 4 अंकों का पिन शुरू में सर्विस प्रोवाइडर कि तरफ से दिया जाता है। इसे पहले कन्फर्म करना जरूरी है, क्योंकि गलत PIN डालने पर SIM लॉक हो सकती है और फिर आपको पहचान पत्र के साथ सर्विस सेंटर जाना पड़ सकता है।
2: यदि आप Android यूजर्स हैं, तो Settings > Password और Security में जाएं, आपको SIM Lock का ऑप्शन दिखाई देगा। इसे Enable करने के लिए उस पर क्लिक करें।
3: SIM Lock ऑन करने के बाद, अपना सेट किया हुआ पिन डालें। ऐसा पिन चुनें जो आपको याद रखने में आसान हो, जैसे कि आपका बर्थ डेट, एनिवर्सरी डेट या या कोई आसान नंबर।
4: इसके बाद, अपने डिवाइस को रीस्टार्ट करें, और नेटवर्क से कनेक्ट होने से पहले, यह आपसे पिन डालने के लिए कहेगा। इससे आप अपने सिम के साथ किसी भी तरह के फ्रॉड या गलत गतिविधि को रोक सकते हैं।
SIM Lock एक बार चालू होने पर, आपका फोन हर बार रीस्टार्ट होने पर या सिम को किसी दूसरे डिवाइस में लगाने पर सिम पिन मांगेगा। इससे यह क्लियर होता है कि यदि आपका सिम कार्ड चोरी हो जाता है, तो भी PIN के बिना कोई उसे इस्तेमाल नहीं कर पाएगा, और आपकी SIM से जुड़े बैंक अकाउंट, UPI और अन्य अकाउंट सुरक्षित रहेंगे।