Google Chrome: Google Chrome इस्तेमाल करने वालों के लिए सुरक्षा को लेकर बड़ी परेशानी बनी हुई है और भारतीय सरकार लगातार यूजर्स को नए खतरों के बारे में जानकारी दे रही है। वहीं, CERT-In (इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम) की टीम ने क्रोम यूजर्स के लिए एक नई सुरक्षा चेतावनी जारी की है। 3 अक्टूबर, 2025 को जारी हुई यह चेतावनी हाई-सीवियरिटी (गंभीर स्तर की) बताई गई है, जो पीसी और लिनक्स सिस्टम पर लाखों क्रोम यूजर्स को प्रभावित करती है।
भारत सरकार की ओर से क्रोम अलर्ट: समस्या क्या है?
सुरक्षा रिपोर्ट में बताया गया है कि क्रोम में कई खामियां पाई गई हैं, जिनका फायदा उठाकर हैकर दूर से ही आपके कंप्यूटर या सिस्टम में घुस सकता है। सुरक्षा रिपोर्ट के मुताबिक, क्रोम में कई तकनीकी समस्याएं हैं, जैसे वीडियो और वेबजीपीयू में मेमोरी ओवरफ्लो, स्टोरेज और टैब में डेटा लीक, मीडिया और स्टोरेज में गलत तरीके से कोड लागू होना, मीडिया में गलत रीडिंग, V8 में एरर और फ्री के बाद उसका इस्तेमाल करना।
सरल शब्दों में, अगर हैकर सिस्टम की सुरक्षा को दरकिनार करके इन समस्याओं का फायदा उठाने में कामयाब हो जाता है, तो वह यूजर को किसी दूसरे वेबसाइट पर भेज सकता है, जो बेहद खतरनाक हो सकता है।
क्रोम सिक्योरिटी रिस्क: किसे खतरा है?
अगर आप Windows, macOS या Linux मशीन पर Chrome का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपके सिस्टम पर ब्राउजर के ये वर्जन तो नहीं चल रहे हैं:
Chrome यूजर्स को Windows, macOS और Linux पर Google Chrome के लिए नया अपडेटेड सॉफ्टवेयर डाउनलोड करना होगा। इसके लिए क्रोम में ऊपर दाईं तरफ तीन डॉट्स पर क्लिक करें - Settings - About - Update Chrome पर जाएं। यहां से आप अपने ब्राउजर को अपडेट कर सकते हैं। Google ने बताया है कि इस अपडेट में सिक्योरिटी फिक्स शामिल हैं।
वहीं, Google Chrome अब AI-पावर्ड फीचर्स पर भी काम कर रहा है और कुछ यूज़र्स को पहले से ही Gemini वाले नए AI फीचर्स मिलने लगे हैं।