WhatsApp ने iPhone यूजर्स को बड़ी राहत दी है। दरअसल, हाल ही में एक ऐसी तकनीकी खामी सामने आई थी, जिसका फायदा उठाकर हैकर्स Apple प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने वालों को टारगेट कर रहे थे। इस खामी के जरिए हैकर्स स्पायवेयर डालकर लोगों के फोन में सेंध लगा रहे थे और उनका पर्सनल डेटा चुरा ले रहे थे। अच्छी खबर यह है कि WhatsApp और Apple दोनों ने मिलकर इस खामी को दूर कर दिया है, जिसे CVE-2025-43300 नाम दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब iPhone यूजर्स को इस खतरे से काफी हद तक छुटकारा मिल चुका है। लेकिन सवाल यह है कि अगर आपके फोन पर पहले से ही हैकिंग का असर हो चुका हो तो आप इसे पहचानेंगे कैसे? आइए जानते हैं..
सबसे पहला संकेत है बैटरी का तेजी से खत्म होना। अगर आपका फोन पहले पूरे दिन चलता था लेकिन अब कुछ ही घंटों में बैटरी ड्रेन हो जाती है, तो यह चिंता की बात हो सकती है क्योंकि स्पायवेयर और मैलवेयर बैकग्राउंड में चलते रहते हैं और बैटरी तेजी से खा जाते हैं।
डेटा तेजी से खत्म होता जा रहा
अगर आपका मोबाइल डेटा बहुत तेजी से खत्म होने लगे, जबकि आप उसे ज्यादा इस्तेमाल भी न कर रहे हों, तो यह भी खतरे की घंटी है। हैकर्स अक्सर आपके फोन से डेटा चोरी करके बाहर के सर्वर पर भेजते हैं। इसलिए फोन की डेटा सेटिंग्स जरूर चेक कर लें।
फोन अचानक से स्लो चलने लगा
यदि आपका फोन अचानक से स्लो चलने लगे या फीर धीमा पड़ने के साथ ही क्रैश होने लगे तो समझ जाइए कि फोन हैक हो गया है। अगर आपको फोन खोलने में समय लगता है, फोन बार-बार हैंग होता है या खुद ही अपने से रीस्टार्ट हो जाता है, तो इसमें मैलवेयर हो सकता है। मैलवेयर फोन की प्रोसेसिंग पावर और मेमोरी का इस्तेमाल करता है।
फोन के हैक होने का एक और बड़ा संकेत है अनचाहे पॉप-अप्स और Ads का आना। अगर इंटरनेट ब्राउजर का इस्तेमाल न करने के बावजूद आपके फोन पर बार-बार विज्ञापन या पॉप-अप दिखने लगें तो यह स्पायवेयर का इशारा हो सकता है।
इंस्टॉल ऐप्स की टाइम-टाइम पर जांच करें
अगर आपके फोन में कोई ऐसा ऐप नजर आए जिसे आपने इंस्टॉल ही नहीं किया है तो यह भी खतरे की बात है। इसलिए उस फर्जी ऐप्स को तुरंत डिलीट करें। क्योंकि हैकर्स मालवेयर को अक्सर सिस्टम ऐप्स की तरह छिपा देते हैं।
अगर आपका फोन बिना ज्यादा इस्तेमाल के भी बहुत ज्यादा गर्म हो जाता है, तो समझ लें कि मैलवेयर बैकग्राउंड में काम कर रहा है। इससे फोन ज्यादा हीटेड हो जाता है, इसकी जांच कर लें।
अनजान नंबरों से लगातार मैसेज या कॉल
कई बार हैक होने पर आपके नंबर से दोस्तों या परिवार को अजीब मैसेज या कॉल भी जाने लगते हैं और आपको भी अनजान नंबरों से संदिग्ध मैसेज या कॉल आने लगते हैं, जिनमें किसी लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है। यह फिशिंग का तरीका होता है जो आपके फोन और डेटा को और खतरे में डाल सकता है।
सबसे खतरनाक संकेत तब होता है जब आपके फोन की सेटिंग्स अपने आप बदलने लगें। जैसे ब्राउजर का होमपेज बदल जाना, सिक्योरिटी सेटिंग्स कमजोर हो जाना या नए एक्सटेंशन अपने आप एक्टिव हो जाना। अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो समझ लीजिए कि आपका फोन किसी हैकर के कंट्रोल में आ चुका है।