YouTube restructuring: Google के स्वामित्व वाला लोकप्रिय ऑनलाइन वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म YouTube अपने इतिहास के सबसे बड़े बदलावों में से एक करने जा रहा है। CEO नील मोहन ने कर्मचारियों के लिए एक स्वैच्छिक इस्तीफा योजना (Voluntary Exit Plan) की घोषणा की है, क्योंकि कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कंपनी में कुछ बदलाव करने जा रही है। यह बदलाव पिछले करीब 10 सालों में YouTube के प्रोडक्ट डिवीजन में सबसे बड़ा माना जा रहा है।
कर्मचारियों को भेजे एक ज्ञापन में, मोहन ने कहा कि YouTube की अगली बड़ी छलांग प्लेटफॉर्म के सभी हिस्सों जैसे- कंटेंट डिस्कवरी से लेकर निर्माण टूल्स तक में AI को अपनाने से आएगी। हालांकि, किसी को भी जबरन नौकरी से नहीं निकाला जा रहा है, लेकिन बायआउट प्लान कुछ खास भूमिकाओं वाले कर्मचारियों को स्वेच्छा से कंपनी छोड़ने का विकल्प देता है, क्योंकि YouTube अपनी टीमों को अब AI-आधारित भविष्य की दिशा में ढाल रहा है।
नील मोहन ने कहा, “भविष्य की ओर देखते हुए, YouTube के लिए अगला बड़ा कदम AI है।” नई व्यवस्था के तहत, अब YouTube की प्रोडक्ट टीम को तीन मुख्य हिस्सों में बांटा गया है, और हर हिस्से की अपनी एक अलग टीम और लीडर होगा।
व्यूअर प्रोडक्ट्स: Johanna Voolich के नेतृत्व में, यह ग्रुप मेन YouTube ऐप, सर्च और डिस्कवरी, टीवी (लिविंग रूम), YouTube Kids, लर्निंग और ट्रस्ट एंड सेफ्टी जैसे फीचर्स का मैनेजमेंट करेगा। इसका मिशन: टीवी पर YouTube की मौजूदगी बढ़ाना और प्लेटफॉर्म को जिम्मेदार और सुरक्षित बनाए रखना
सब्सक्रिप्शन: Christian Oestlien के नेतृत्व में, यह विभाग YouTube प्रीमियम, म्यूजिक, टीवी और प्राइमटाइम चैनलों की देखरेख करेगा। यह एक तेजी से बढ़ता हुआ व्यवसाय है जो अब 125 मिलियन से ज्यादा भुगतान करने वाले यूजर्स को सेवा प्रदान करता है।
क्रिएटर और कम्युनिटी प्रोडक्ट्स: इस विभाग का मकसद नए टूल, शॉर्ट्स और जनरेटिव AI फीचर्स के माध्यम से क्रिएटर्स को मजबूत बनाना है। फिलहाल इस टीम की जिम्मेदारी Johanna Voolich संभालेंगी, जब तक इस विभाग के लिए नया हेड नियुक्त नहीं हो जाता।
मोहन के नेतृत्व में काम करने वाले योग्य अमेरिकी कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति पैकेज की पेशकश की जाएगी, हालांकि कंपनी ने अभी तक इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। यह नया बदलाव आधिकारिक तौर पर 5 नवंबर, 2025 से प्रभावी होगा।
यह बदलाव दिखाता है कि बड़ी टेक कंपनियां (Big Tech) जैसे Amazon, Meta और Microsoft भी अब अपने कामकाज को AI पर ज्यादा ध्यान देने के लिए फिर से व्यवस्थित कर रही हैं।