हर किसी के मन में यात्रा करने का सपना होता है। नई जगहें देखना, अलग संस्कृति और प्रकृति का अनुभव करना बहुत रोमांचक लगता है। लेकिन आजकल कुछ जगहों पर पर्यटकों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि वहां का वातावरण और स्थानीय जीवन प्रभावित होने लगा है। बढ़ती भीड़ से ट्रैफिक, कचरा, पर्यावरणीय नुकसान और स्थानीय लोगों की परेशानियां बढ़ रही हैं
यूनाइटेड नेशंस वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गनाइजेशन के अनुसार 2025 की पहली छमाही में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या 5% बढ़ गई है और यह संख्या महामारी से पहले के स्तर को पार कर गई है। ऐसे में फोडर’स जैसी यात्रा गाइड कंपनियां हर साल “नो लिस्ट” जारी करती हैं। इसमें उन जगहों को बताया जाता है जहां पर्यटन का दबाव बहुत ज्यादा है और जिम्मेदार तरीके से यात्रा करने की जरूरत है।
यह लिस्ट यह नहीं कहती कि आप वहां बिल्कुल न जाएं, बल्कि यह चेतावनी देती है कि इन जगहों पर सोच-समझकर और पर्यावरण का ख्याल रखते हुए जाना चाहिए।
कैनरी आइलैंड्स हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। स्थानीय लोग भीड़, ट्रैफिक, बढ़ती मकान की कीमतों और पर्यावरणीय असर को लेकर परेशान हैं। कई बार वहां ओवरटूरिज्म विरोधी प्रदर्शन भी हुए हैं, जिसमें लोग "Canaries have a limit" जैसे नारे लगा चुके हैं।
2024 में यह राष्ट्रीय पार्क अमेरिका के सबसे अधिक विजिट किए गए पार्कों में से एक रहा, 32 लाख से ज्यादा पर्यटक आए। पार्क प्रशासन ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए समय-सीमा आधारित रिजर्वेशन सिस्टम शुरू किया है। बावजूद इसके, ट्रैफिक, वाइल्डलाइफ पर असर और प्रदूषण की चिंता बनी हुई है।
रोम के दक्षिण-पश्चिम में स्थित इस ऐतिहासिक शहर में प्राचीन रोमन खंडहर हैं। सरकार ने यहां क्रूज़ पोर्ट बनाने की योजना बनाई है, जिससे रोजगार बढ़ सकता है, लेकिन स्थानीय लोग इसके पर्यावरणीय नुकसान को लेकर विरोध कर रहे हैं।
आल्प्स में ये खूबसूरत क्षेत्र झीलों और पर्वतों के लिए जाना जाता है। लेकिन पर्यटन की बढ़ती भीड़ के कारण स्थानीय जीवन और प्राकृतिक सौंदर्य पर असर पड़ रहा है।
मेक्सिको सिटी में पर्यटन तेज़ी से बढ़ा है, जिससे भाड़ बढ़ना और सांस्कृतिक हानि जैसी समस्याएं सामने आई हैं। हाल ही में प्रदर्शन भी हुए, जिसमें लोग पर्यटन और शॉर्ट-टर्म रेंटल्स के बढ़ते प्रभाव के खिलाफ नारे लगा रहे थे।
केन्या में क्रूज शिप्स की वजह से मोम्बासा में पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। इसके चलते सड़कों पर भीड़, पर्यटक स्थलों पर अतिक्रमण और समुद्र तटों पर कचरा बढ़ा है। स्थानीय पर्यटन मंत्री ने उपायों पर काम शुरू कर दिया है।
पेरिस का ये खूबसूरत पड़ोस पर्यटकों के लिए बेहद लोकप्रिय है। हालांकि, यहां डिजनीफिकेशन की वजह से स्थानीय दुकानों की कमी और महंगाई बढ़ी है। लोग विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं क्योंकि स्थानीय जीवन और संस्कृति पर असर पड़ा है।