बंगाल के डिजिटल क्रिएटर सोफिक एसके सोशल मीडिया पर तब सुर्खियों में आ गए जब उनका एक कथित निजी वीडियो कई प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया। कहा जा रहा है कि इस वीडियो में उनके साथ उनकी कथित गर्लफ्रेंड दिख रही है। इस क्लिप के सामने आने के बाद फिर से प्राइवेसी, साइबरक्राइम और डीपफेक जैसी तकनीकों को लेकर बहस शुरू हो गई है, जो हाल के महीनों में कई क्रिएटर्स के लिए बड़ा खतरा बन चुकी हैं।
यह विवाद बुधवार को शुरू हुआ, जब एक अश्लील वीडियो ऑनलाइन फैलने लगा। दावा किया गया कि वीडियो में सोफिक और एक महिला दूसतु सोनाली दिख रही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह वीडियो करीब 15–16 मिनट का है और बहुत तेजी से वायरल हुआ। कुछ ही घंटों में “Sofik viral video” जैसे सर्च सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे।
सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने दावा किया कि वीडियो असली लग रहा है। वहीं कई लोगों ने कहा कि यह वीडियो एडिट किया हुआ, फर्जी या AI डीपफेक भी हो सकता है। सच क्या है, इस पर अभी कोई साफ जानकारी नहीं है, और इसी वजह से मामले को लेकर और भी हलचल बढ़ गई है।
सोफिक एक जाने-माने रीजनल कंटेंट क्रिएटर हैं। उनके इंस्टाग्राम पर 3.19 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। उनकी प्रोफाइल में लिखा है: "Palli gram tv comedy Sofik Bangla Natok" वे अक्सर पल्लि ग्राम टीवी की कॉमेडी वीडियोज में दिखते हैं, जिससे उन्हें गांव की कहानी और किरदारों से जुड़े दर्शकों का बड़ा सपोर्ट मिला है।
अब तक सोफिक ने इस कथित वीडियो लीक पर कोई बयान नहीं दिया है।
McAfee की Most Dangerous Celebrity: Deception List 2025 के मुताबिक, भारत में सबसे ज्यादा गलत तरीके से इस्तेमाल किए जाने वाले सेलेब्रिटी शाहरुख खान हैं। उनके बाद आलिया भट्ट, एलॉन मस्क, प्रियंका चोपड़ा जोनस और क्रिस्टियानो रोनाल्डो का नाम आता है।
ग्लोबल लिस्ट में MrBeast, लियोनेल मेसी, टेलर स्विफ्ट, किम कार्दशियन और BTS के सदस्य भी शामिल हैं।
McAfee के इंजीनियरिंग डायरेक्टर प्रतीम मुखर्जी ने डीपफेक को लेकर चेतावनी देते हुए कहा, "डीपफेक ने साइबर अपराधियों का खेल बदल दिया है। अब हैकिंग सिस्टम की नहीं, लोगों के भरोसे की हो रही है। भारत में सेलेब्रिटी कल्चर और ऑनलाइन इंगेजमेंट बहुत बड़ा है, इसलिए खतरा और भी बढ़ जाता है। आज तकनीक किसी की आवाज, चेहरा और स्टाइल आसानी से कॉपी कर सकती है। ऐसे में क्या असली है और क्या नकली, यह पहचानना मुश्किल होता जा रहा है। जागरूकता और सुरक्षित टूल्स पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गए हैं।”