
बता दें कि रामेश्वरम कैफे के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट स्थित आउटलेट पर एक व्यक्ति द्वारा अपने नाश्ते में कीड़ा मिलने का दावा करने के बाद ही ब्रांड ने एक बयान जारी कर इस आरोप का खारिज किया है। कैफे ने अब पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है, जिसमें आरोप ये लगाया गया है कि यह पूरी घटना पैसे ऐंठने और ब्रांड को बदनाम करने के लिए ब्लैकमेल करने की कोशिश के तहत रची गई थी।
आखिर रामेश्वरम कैफे में हुआ क्या ?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 24 जुलाई, 2025 की सुबह-सुबह 5-7 लोगों के एक समूह ने कैफे के एयरपोर्ट आउटलेट पर हंगामा मचाया, इसके साथ ही उनमें से एक ने पोंगल में कीड़ा मिलने का दावा किया।
ग्राहक का कहना था कि जब उसने कीड़ा देखा, तब वह खाना खा रहा था। इसके ठीक बाद ही ग्राहक ने कर्मचारियों पर आरोप लगाना शुरू कर दिया ।
जब तक उस व्यक्ति ने इस सारी घटना तो फोन में रिकॉर्ड करना शुरू नहीं किया तब तक किसी ने उसपर ध्यान नहीं दिया।
ग्राहक ने बताया कि, "जब मैंने खाने में कीड़े और कर्मचारियों की प्रतिक्रिया का वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू किया, तभी उन्होंने माफ़ी मांगनी शुरू की।"
रामेश्वरम कैफे ने इसे झूठा दावा बताया
घटना के बाद ही कैफे के पुलिस में एक आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उनका कहना था कि संबंधित व्यक्तियों ने 25 लाख रुपये नकद न दिए जाने पर वीडियो प्रसारित करने की धमकी दी थी।
इसके साथ ही ब्रांड ने कॉल लॉग, मैसेज और कई दस्तावेज़ जमा करते हुए अधिकारियों से तत्काल कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह भी किया।
इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए, द रामेश्वरम कैफे की संस्थापक दिव्या राघव ने कहा, "हम इस बेबुनियाद आरोप का को नहीं मानते हैं और इसका खंडन करते हैं कि हमारे खाने में कोई कीड़ा मिला है। हमारे खाने की सुरक्षा और स्वच्छता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। हम काफी सख्त गुणवत्ता मानकों का पालन करते हैं, खासकर एयरपोर्ट जैसे खास स्थानों पर।"
आगे उन्होंने कहा कि इसे "पैसे ऐंठने और हमारे ब्रांड को बदनाम करने के दुर्भावनापूर्ण इरादे से किया गया एक नाटक" का स्पष्ट मामला है।
दिव्या ने आगे कहा कि यह पहली बार नहीं है जब किसी ने इस तरह की कोशिश की हो। उन्होंने कहा, "पहले भी कई बार ग्राहकों ने खाने में पत्थर या कीड़े डाले हैं, लेकिन रंगे हाथों पकड़े गए हैं। हम किसी की धमकी या ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेंगे।"