Black Moon 2025: एक महीने में जब दो अमावस्याएं होती हैं, उसे ब्लैक मून कहते हैं। यह दुर्लभ खगोलीय घटना हर 29 महीनों में एक बार होती है। वहीं, एक खगोलीय मौसम चार अमास्याएं होने पर आखिरी या चौथी अमावस्या को मौसमी ब्लैक मून कहते हैं। इस साल 23 अगस्त को मौसमी ब्लैक मून होगा। इसके बाद सीधे 2027 में ये घटना होगी।
अंग्रेजी कैलेंडर में आमतौर से एक महीने में एक अमावस्या और एक पूर्णिमा होते हैं। लेकिन जब एक महीने में दो अमावस्या होती है, तो दूसरी अमावस्या ब्लैक मून कहलाती है। अमावस्या के दिन चंद्रमा, धरती और सूरज एक सीधी रेखा में होते हैं। चंद्रमा का उजला हिस्सा पृथ्वी से दूर होता है, जिससे वह दिखाई नहीं देता है।
29 महीने में एक बार होता है ब्लैक मून
ब्लैक मून एक खगोलीय घटना है, जो हर 29 महीने में एक बार होती है या एक खगोलीय सीजन में चार अमावस्याएं होने पर होता है। चौथी अमावस्या को ब्लैक मून कहा जाता है। इसकी अवधारणा ब्लू मून से उलट है, जो फुल मून या पूर्णिमा के लिए कहा जाता है। ब्लैक मून में चंद्रमा धरती और सूरज के बीच होता है, जिससे उसे साधारण आंखों से देखना संभव नहीं होता है।
ब्लैक मून का पृथ्वी पर कोई खास असर नहीं पड़ता है। यह सिर्फ एक खगोलीय घटना है जो कुछ लोगों के लिए रोमांचक हो सकती है। कुछ लोगों का मानना है कि ब्लैक मून के दौरान तारे और अन्य एस्ट्रोनॉमिकल बॉडी ज्यादा साफ दिखाई देती हैं, क्योंकि इस दिन चंद्रमा की रोशनी नहीं होती है।
अगला ब्लैक मून कब दिखाई देगा?
खगोलशास्त्रियों का कहना है कि अगला सीजनल ब्लैक मून 20 अगस्त 2028 को दिखाई देगा, जो सुपरमून के साथ मेल खाता है। वहीं, अगला मासिक ब्लैक मून 31 अगस्त 2027 को होगा, जब एक ही महीने में दो अमावस्याएं होंगी।
कैसे देख सकते हैं ब्लैक मून?
ब्लैक मून एक अद्भुत खगोलीय घटना तो है, लेकिन इसे साधारण आखों से नहीं देखा जा सकता है। ये घटना अमावस्या के दिन होती है, जब चंद्रमा का रोशनी वाला हिस्सा धरती से दूर होता है।