Coronavirus Cases: क्या कोरोना वायरस अब परमानेंट रहेगा? भारत समेत इन देशों में तेजी से बढ़ रहा Covid-19 संक्रमण, जानें सभी सवालों के जवाब
India Coronavirus Cases: कई एशियाई देशों में कोविड के मामलों में उछाल की खबरों के बीच भारत के शीर्ष महामारी विज्ञानी डॉ. रमन गंगाखेडकर ने कहा है कि जब तक अस्पताल में भर्ती होने या मौतों में वृद्धि के सबूत नहीं मिलते, तब तक लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोविड-19 मामलों में हालिया उछाल LF.7 और NB.1.8 वेरिएंट के कारण हुआ है
India Coronavirus Cases: दुनिया भर में इस साल अब तक 71,067 केस और 19 मौतें रिपोर्ट की जा चुकी हैं
India Coronavirus Cases: भारत समेत एशिया के कई देशों में कोरोना वायरस (Covid-19) के मामलों में एक बार फिर तेजी देखने को मिल रही है। हांगकांग, सिंगापुर, चीन और थाईलैंड जैसे एशियाई देशों में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हांगकांग में तो पिछले 10 हफ्तों में कोविड मामलों में 30 गुना से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। थाईलैंड में भी हाल ही में छुट्टियों के बाद कोरोना केस तेजी से बढ़े हैं। इस साल अब तक 71,067 केस और 19 मौतें रिपोर्ट की जा चुकी हैं। भारत की बात करें तो अपने यहां वर्तमान में 257 एक्टिव कोरोना वायरस के मामले हैं। इनमें केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु सबसे आगे हैं।
केरल में 12 मई से अब तक सबसे ज्यादा 69 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र (44) और तमिलनाडु (34) का नंबर है। नए संक्रमण की रिपोर्ट करने वाले अन्य राज्यों में कर्नाटक (8), गुजरात (6), दिल्ली (3) और हरियाणा, राजस्थान और सिक्किम में एक-एक मामला शामिल है। इस बीच, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुंबई के किंग एडवर्ड मेमोरियल (केईएम) अस्पताल में हाल ही में कोविड से जुड़ी दो मौतें हुई हैं। हालांकि डॉक्टरों ने कोरोना से उनकी मौत के दावों को खारिज कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।
वैज्ञानिकों ने क्या कहा?
कई एशियाई देशों में कोविड के मामलों में उछाल की खबरों के बीच भारत के शीर्ष महामारी वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेडकर ने कहा है कि जब तक अस्पताल में भर्ती होने या मौतों में वृद्धि के सबूत नहीं मिलते, तब तक लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोविड-19 मामलों में हालिया उछाल LF.7 और NB.1.8 वेरिएंट के कारण हुआ है। ये दोनों दो-तिहाई से अधिक मामले के लिए जिम्मेदार हैं।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेडकर ने News18 को बताया, "LF.7 और NB.1.8 दोनों SARS-CoV-2 के ओमिक्रॉन वेरिएंट की सब-वेरिएंट हैं। विशेष रूप से वे JN.1 वेरिएंट के वंशज हैं, जो खुद ओमिक्रॉन BA.2.86 की सब-वेरिएंट है।"
डॉ. रमन गंगाखेडकर ने कहा, "यदि मामलों में असामान्य वृद्धि होती है, तो भारत वैक्सीन का उत्पादन बढ़ा सकता है। हालांकि, अभी तक, कुछ भी नया या चिंताजनक नहीं है।" उन्होंने कहा, "हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि कोविड-19 इनडेमिक हो गया है। बुजुर्गों को सावधानी बरतना होगा। जैसे हाथ की स्वच्छता बनाए रखना, मास्क पहनना और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना आदि शामिल है।"
सरकारी सूत्रों ने News18 को बताया कि भारत की वर्तमान कोविड-19 स्थिति स्थिर है। 19 मई तक देश भर में केवल 257 सक्रिय मामले हैं, जिनमें से सभी मामले हल्के हैं। फिलहाल, उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा, "जब तक वायरस में वृद्धि नहीं दिखती... यानी मौतों में वृद्धि या बीमारी की गंभीरता में उल्लेखनीय वृद्धि के कारण अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति नहीं बनती, तब तक घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। तब तक, रिपोर्ट किए जा रहे मामलों में वृद्धि सीमित महत्व रखती है।"
क्या हमें बूस्टर शॉट्स की आवश्यकता है? इस पर डॉ. गंगाखेडकर ने कहा कि नहीं...। उन्होंने सलाह दी है कि जब तक नए वेरिएंट से कोई स्पष्ट खतरा न हो, तब तक बूस्टर डोज की कोई लेने की जरूरत नहीं है। कमजोर या बुजुर्गों के लिए भी नहीं।
उन्होंने कहा, "अभी तक हमारे पास बुज़ुर्गों के लिए बूस्टर डोज की सिफारिश करने के लिए मजबूत वैज्ञानिक सबूत और पर्याप्त डेटा का अभाव है।" उन्होंने आगे कहा कि अभी जीनोम अनुक्रमण की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा, "जीनोम अनुक्रमण एक महंगी प्रक्रिया है। हमने पहले भी ओमिक्रॉन वेरिएंट का सामना किया है और देखा है कि वे रुग्णता या मृत्यु दर के जोखिम को महत्वपूर्ण रूप से नहीं बढ़ाते हैं।"
भारत सरकार ने क्या कहा?
भारत में स्वास्थ्य अधिकारी सिंगापुर और हांगकांग में कोविड मामलों में वृद्धि की खबरों पर नजर रख रहे हैं। हालांकि, आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को दावा किया कि देश में कोरोना वायरस संबंधी मौजूदा स्थिति नियंत्रण में है। स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक की अध्यक्षता में सोमवार को केंद्र सरकार के अस्पतालों के विशेषज्ञों की समीक्षा बैठक हुई।
इस संबंध में एक आधिकारिक सूत्र ने पीटीआई को कहा, "बैठक में निष्कर्ष निकला कि भारत में वर्तमान कोविड-19 स्थिति नियंत्रण में है। 19 मई तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार भारत में कोविड-19 के पुष्ट मामलों की मौजूदा संख्या 257 है, जो देश की बड़ी आबादी को देखते हुए बहुत कम है।"
सूत्रों ने कहा, "इनमें से लगभग सभी मामले मामूली हैं, जिनमें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है।" अस्पतालों को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों और सांस से जुड़े संक्रमण के गंभीर मामलों की निगरानी करने के लिए कहा गया है। सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति की बारीकी से निगरानी करने में सतर्क एवं सक्रिय है।