Covid-19 Cases in India: देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस (कोविड-19) के 358 नए मामले सामने आए, जिसके साथ ही एक्टिव मरीजों की संख्या 6,000 के पार पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सोमवार (9 जून) सुबह जारी लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, केरल सबसे अधिक प्रभावित राज्य है। उसके बाद गुजरात, पश्चिम बंगाल और दिल्ली का स्थान है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोविड के बढ़ते मामलों के मद्देनजर, तैयारियों का जायजा लेने के लिए केंद्र 'मॉक ड्रिल' आयोजित कर रहा है। सभी राज्यों को ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में कोविड-19 के एक्टिव मरीजों की संख्या 6,491 पहुंच गई है। अच्छी बात यह है पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। इससे पहले रविवार को पिछले 24 घंटों में छह संक्रमितों की मौतें हुई थी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अधिकतर मरीजों में हल्के लक्षण थे। वे घर पर ही इलाज के बाद ठीक हो गए।
इस साल जनवरी के बाद से देश में कोविड-19 से 65 लोगों की मौत होने की सूचना है। 22 मई तक देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 257 थी। कोविड-19 की मौजूदा स्थिति और तैयारी के उपायों का आकलन करने के लिए आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, आपात प्रबंधन प्रतिक्रिया (ईएमआर) प्रकोष्ठ, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) तथा सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों की समीक्षा बैठकें स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. सुनीता शर्मा की अध्यक्षता में दो जून और तीन जून को हुईं।
आधिकारिक सूत्रों ने चार जून को बताया कि आईडीएसपी के तहत राज्य एवं जिला निगरानी इकाइयां इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों (आईएलआई) और गंभीर श्वसन संबंधी बीमारियों (एसएआरआई) की करीबी निगरानी कर रही हैं। एक आधिकारिक सूत्र ने बताया, "एसएआरआई की पुष्टि वाले सैंपल को आईसीएमआर वीआरडीएल नेटवर्क के माध्यम से संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा जा रहा है।"
साल 2022 में कोविड से 86.5 लाख मौतें हुईं
साल 2022 के दौरान देश में लगभग 86.5 लाख लोगों की मौत हुई जो कोविड प्रभावित वर्ष 2021 में हुई 1.02 करोड़ से अधिक लोगों की मौत की तुलना में 15 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट को दर्शाता है। नागरिक पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) के एक नए आंकड़े से यह जानकारी मिली। सीआरएस की रिपोर्ट के माध्यम से भारत के रजिस्टार जनरल कार्यालय द्वारा प्रदर्शित 2022 के आंकड़ों से पता चलता है कि वर्ष 2021 के मुकाबले मौतों की संख्या में 15.74 लाख की गिरावट ने मृत्यु दर के आंकड़ों को मोटे तौर पर 2020 में देखी गई पूर्व-महामारी पैटर्न के अनुरूप ला दिया है।
सीआरएस के आंकड़ों के अनुसार, 2021 में देश भर में 1.02 करोड़ लोगों की मौतों के साथ मृतक संख्या में तेज उछाल दर्ज किया गया था। जबकि यह आंकड़ा 2020 में 81.1 लाख, 2019 में 76.4 लाख और 2018 में 69.5 लाख था। रिपोर्ट में कहा गया है, "रजिस्टर्ड मौतों के मामले में, मौतों की संख्या 2021 में 102.2 लाख से घटकर 2022 में 86.5 लाख रह गई यानी 15.4 प्रतिशत की कमी आई। गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, बिहार और हरियाणा जैसे कुछ प्रमुख राज्यों ने रजिस्टर्ड मौतों की संख्या में कमी लाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।"
लोकसभा में 29 जुलाई, 2022 को सरकार द्वारा दिए गए उत्तर के अनुसार, 26 जुलाई, 2022 तक कोविड-19 के कारण लगभग 5.26 लाख मौतें हुईं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत में कोविड-19 से जुड़ी 47 लाख से ज्यादा मौतों की रिपोर्ट दी थी, जिसका सरकार ने कड़ा विरोध किया था। केंद्र ने कहा था कि डब्ल्यूएचओ के अनुमान कई विसंगतियों और गलत धारणाओं से ग्रस्त हैं।
सरकार ने जवाब में कहा था, "भारत ने इस अवैज्ञानिक मॉडलिंग दृष्टिकोण की प्रक्रिया, कार्यप्रणाली और परिणाम पर कड़ी आपत्ति दर्ज की थी, खासकर तब जब भारत ने डब्ल्यूएचओ को भारत के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा नागरिक पंजीकरण प्रणाली के माध्यम से प्रकाशित प्रामाणिक डेटा प्रदान किया था।"
सीआरएस रिपोर्ट ने यह भी दिखाया कि 2022 में 2.54 करोड़ से ज्यादा शिशुओं के जन्म रजिस्टर्ड किए गए। रिपोर्ट में कहा गया है, "रजिस्टर्ड शिशु जन्म की संख्या 2021 में 242.0 लाख से बढ़कर 2022 में 254.4 लाख हो गई, जो लगभग 5.1 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।"