Covid-19 Cases in Mumbai: मुबई में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मरीज! एक दिन में सामने आए 35 नए मामले, पुणे में शख्स की मौत
Covid-19 Cases in Mumbai Maharashtra: डॉक्टरों ने कहा कि कोविड-19 किसी भी दूसरे वायरस की तरह ही व्यवहार कर रहा है। फिलहाल घबराने की कोई बात नहीं है। जनवरी से अब तक राज्य में 7,389 टेस्ट किए गए हैं, जिनमें से 300 में संक्रमण की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने पाया कि सभी पुष्ट मामलों में केवल हल्के लक्षण थे
COVID-19 cases in India: पिछले कुछ हफ्तों में हांगकांग, सिंगापुर और थाईलैंड में कोरोना वायरस के मामले बढ़े हैं। भारत में भी केस अब तेजी से सामने आ रहे हैं
Covid-19 Cases in Mumbai Maharashtra: महाराष्ट्र में रविवार (25 मई) को कोरोना वायरस (कोविड-19) के 43 नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में कुल एक्टिव मामलों की संख्या 209 हो गई। मुंबई में सबसे ज्यादा तेजी से मामले बढ़े हैं। मई में अब तक 242 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 35 मामले सिर्फ़ रविवार को सामने आए। डॉक्टरों ने कहा कि कोविड किसी भी दूसरे वायरस की तरह ही व्यवहार कर रहा है। फिलहाल घबराने की कोई बात नहीं है। जनवरी से अब तक राज्य में 7,389 टेस्ट किए गए हैं, जिनमें से 300 में संक्रमण की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने पाया कि सभी पुष्ट मामलों में केवल हल्के लक्षण थे।
18 मई से अब तक चार मरीजों की मौत हो चुकी है, जिन्हें पहले से ही कोई बीमारी थी। सभी में कोविड संक्रमण की पुष्टि हुई है। हालांकि, अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि उनकी मृत्यु का मुख्य कारण उनकी अलग-अलग गंभीर बीमारियां थीं। मृतकों में किडनी रोग, कैंसर, सेरेब्रोवास्कुलर रोग और डायबिटिक कीटोएसिडोसिस से पीड़ित लोग शामिल थे। स्वास्थ्य अधिकारियों ने मामलों में हालिया वृद्धि को छिटपुट बताया और इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी के लिए निगरानी शुरू कर दी है।
ठाणे में कोविड-19 से मरीज की मौत
महाराष्ट्र के ठाणे शहर में शनिवार को कोविड-19 से एक मरीज की मौत हो गई, जबकि संक्रमण के आठ नए मामलों की पुष्टि हुई है। ठाणे नगर निकाय के मुताबिक, शहर में कोविड-19 के 18 मरीज उपचाराधीन हैं, जिनमें से केवल एक का अस्पताल में इलाज चल रहा है। जबकि अन्य घर पर ही क्वारंटीन में हैं और उनकी हालत स्थिर बताई गई है।
टीएमसी की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, गंभीर डायबिटीज से से पीड़ित 21 वर्षीय एक व्यक्ति की शनिवार सुबह कलवा स्थित नगर निकाय द्वारा संचालित छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में अन्य बीमारियों के कारण मौत हो गई। अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिरुद्ध मालगांवकर ने बताया कि उसे डायबिटीज संबंधी जटिलताओं के कारण गुरुवार को भर्ती कराया गया था और शुक्रवार रात उसके कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई।
उन्होंने बताया कि अस्पताल में कोविड-19 मरीजों के लिए 19 बेड वाला वार्ड बनाया गया है। यह आरटी-पीसीआर जांच सुविधाओं से लैस है। स्थिति का आकलन करने के लिए नगर निकाय ने शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। नगर निकाय ने आश्वस्त किया कि स्थिति नियंत्रण में है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।
तीन दिन में कोविड-19 के 10 मामले सामने आए
ठाणे शहर में पिछले तीन दिन में कोविड-19 के 10 मामले सामने आए हैं, जिसके बाद नगर निकाय ने अस्पतालों से सतर्क रहने को कहा है। ठाणे नगर निगम की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, संक्रमित मरीजों में हल्के लक्षण पाए गए हैं। सभी का इलाज घर पर ही किया जा रहा है। निगम ने लोगों से घबराने के बजाय सतर्कता बरतने की अपील की है।
विज्ञप्ति के अनुसार, निगमायुक्त आयुक्त सौरभ राव ने नागरिक स्वास्थ्य विभाग और अस्पतालों को कोविड-19 मरीजों की जांच एवं इलाज के लिए सतर्क एवं तैयार रहने का निर्देश दिया है। विज्ञप्ति में कहा गया, "स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है और स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है।"
क्या लोगों को टेंशन लेने की जरूरत है या नहीं?
भारत समेत कुछ देशों में मामलों में वृद्धि के बीच आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि विभिन्न राज्यों में दर्ज किए गए ज्यादातर कोविड मामले हल्के प्रकृति के हैं। मरीजों की घर पर ही देखभाल दी जा रही है। कोविड-19 के कुछ मामले मुख्य रूप से केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक आदि राज्यों से सामने आए हैं। एक आधिकारिक सूत्र ने पीटीआई को बताया, "यह पाया गया है कि इनमें से ज्यादातर मामले हल्के प्रकृति के हैं और घर पर ही देखभाल की जा रही है।"
सूत्र ने कहा, "यह भी उल्लेख किया जा सकता है कि हाल के दिनों में सिंगापुर, हांगकांग और अन्य देशों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि के संबंध में कुछ खबरें आई हैं।" सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय सतर्क है और अपनी विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है।
19 मई तक देश में 257 एक्टिव मामले थे। दिल्ली में 23 नए मामले दर्ज किए गए, आंध्र प्रदेश में पिछले 24 घंटों में चार मामले सामने आए, तेलंगाना में एक की पुष्टि हुई। केवल मई में ही केरल में 273 मामले सामने आए।
घबराने की जरूरत नहीं!
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में डॉक्टरों ने लोगों को JN.1 वेरिएंट से जुड़े कोविड-19 के मामलों से नहीं घबराने की सलाह दी है। डॉक्टरोंने कहा कि यह वेरिएंट गंभीर नहीं है। ज्यादातर मरीजों में हल्के लक्षण ही सामने आए हैं। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में हाल में कोविड-19 के सभी 23 मरीजों में केवल हल्के लक्षण दिखे हैं। वे घर पर ही क्वारंटीन में हैं। उनमें से 22 घर पर ही ठीक हो रहे हैं और किसी को भी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी।
हाल में जारी सरकारी परामर्श के बाद, शहर के कई अस्पतालों ने एहतियाती उपायों के तहत ऑक्सीजन सिलेंडर, एंटीबायोटिक्स, अन्य आवश्यक दवाइयां, बाईपैप (बाइलेवल पॉजिटिव एयरवे प्रेशर) मशीनें, वैक्सीन, वेंटिलेटर और पृथकवास वार्ड में अतिरिक्त बिस्तर की व्यवस्था कर तैयारी शुरू कर दी है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क (आईएमए जेडीएन) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. ध्रुव चौहान ने कहा कि लोगों को JN.1 स्वरूप से घबराने की जरूरत नहीं है, जो ओमीक्रॉन बीए 2.86 में हुए बदलाव से उत्पन्न हुआ है। यह भारत में प्रचलित प्रमुख कोविड-19 वेरिएंट है।
डॉ. चौहान ने पीटीआई से कहा, "यह कोई जानलेवा वेरिएंट नहीं है। हाथ स्वच्छ रखना और अस्पताल या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना, लोगों के बीच छींकने में स्वच्छता का पालन करना हमेशा बेहतर होता है। लक्षणों की जांच डॉक्टर से करवाना भी महत्वपूर्ण है।"
उन्होंने कहा, "लोगों को यह याद रखना चाहिए कि घबराहट और अव्यवस्था बीमारी से अधिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती हैं।" डॉ. निहाल सिंह ने कहा, "हमें यह समझना चाहिए कि JN.1 वेरिएंट फैल तो रहा है, लेकिन अधिकतर मामलों में इसने गंभीर बीमारी पैदा करने के संकेत नहीं दिए हैं।"
सर गंगा राम अस्पताल के डॉक्टर अविरल माथुर ने कहा, "यह वेरिएंट बहुत संक्रामक है। हालांकि लक्षण ज्यादातर हल्के ही रहते हैं। फिर भी रोकथाम सबसे अहम है। हम लोगों से भीड़भाड़ वाली या बंद जगहों पर मास्क पहनने, हाथ स्वच्छ रखने और अस्वस्थ होने पर अनावश्यक यात्रा से बचने का आग्रह करते हैं। सुनिश्चित करें कि बूस्टर डोज सहित आपने वैक्सीन की सभी डोज ले ली है।"