जून का महीना अब अपने मध्य पड़ाव पर पहुंच चुका है और अगले कुछ दिनों में मानसून देश के कई हिस्सों में दस्तक देने को तैयार है। बारिश भले ही तपती गर्मी से राहत देती हो, लेकिन इसके साथ कई परेशानियां भी लेकर आती है। खासतौर पर गांव से लेकर शहर तक, घरों में जहरीले सांपों का घुस आना इस मौसम की बड़ी मुश्किल बन जाता है। जब लगातार बारिश से सांपों के बिलों में पानी भर जाता है, तो ये सुरक्षित जगह की तलाश में घरों और बस्तियों की तरफ निकल पड़ते हैं। ऐसे में ग्राउंड फ्लोर या पहली मंजिल पर रहने वालों के लिए खतरा और बढ़ जाता है।
पार्क, नदी-नाले या तालाब के आसपास के इलाकों में ये खतरा कई गुना ज्यादा होता है। इसलिए जरूरी है कि मानसून शुरू होने से पहले ही लोग सतर्क हो जाएं और ऐसे आसान घरेलू उपाय अपनाएं जिनसे सांपों को घर से दूर रखा जा सके।
नदी-तालाब और पार्क के पास रहने वालों के लिए खतरा ज्यादा
अगर आपका घर नदी, नाले, तालाब या किसी पार्क के पास है तो आपको और भी सतर्क रहने की जरूरत है। अक्सर बारिश के मौसम में सांप झाड़ियों या जंगलों से निकलकर इंसानी बस्तियों की तरफ बढ़ जाते हैं। कई बार ये घर के अंदर घुसकर बड़ी दुर्घटना का कारण बन जाते हैं।
सिर्फ एक पौधा लगाएंगे, तो सांप भाग जाएंगे!
अब सवाल उठता है कि आखिर इससे बचाव कैसे किया जाए? इसका जवाब है — स्नेक प्लांट। ये पौधा दिखने में सांप जैसा ही लगता है, जिससे असली सांप इसे देखकर धोखा खा जाते हैं और पास नहीं फटकते। यही वजह है कि इसका नाम भी स्नेक प्लांट पड़ा है।
इंसानों को भी हो जाता है धोखा
गार्डनिंग एक्सपर्ट अदनान खान बताते हैं कि स्नेक प्लांट इतना असली जैसा लगता है कि कई बार इंसान भी इसे सांप समझ लेते हैं। यही भ्रम असली सांपों को भी होता है और वो इसके करीब नहीं आते। अच्छी बात ये है कि इसकी कीमत भी ज्यादा नहीं — सिर्फ ₹100 से शुरुआत होती है और आप इसे गमले या क्यारी में कहीं भी लगा सकते हैं।
कैसे रखें स्नेक प्लांट का ख्याल?
अगर आप भी अपने घर को सांपों से महफूज रखना चाहते हैं तो स्नेक प्लांट को सही तरह से संभालना सीख लें। गर्मियों में इसे रोजाना सुबह-शाम पानी देना चाहिए। पानी की कमी से पौधा जल्दी सूख जाता है। सर्दियों में हर दूसरे दिन पानी देना पर्याप्त होता है।