Google Doodle: करोड़ों यूजर्स कर रहे थे बेताबी से सर्च, गूगल ने बनाया मजेदार डूडल!

Google Doodle: गूगल ने बुधवार को ऐसा डूडल लॉन्च किया है, जिसने हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया है। पहली नजर में ये एक मजेदार एनिमेशन लगता है, लेकिन इसके पीछे छिपा है गणित की दुनिया से जुड़ा एक बड़ा रहस्य। जानिए, आखिर किस खास फॉर्मूले को समर्पित है गूगल का नया डूडल

अपडेटेड Nov 13, 2025 पर 8:31 AM
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Google Doodle: भारत में ये डूडल 12 नवंबर को लाइव किया गया। इसमें ‘Google’ शब्द को बेहद क्रिएटिव तरीके से डिजाइन किया गया है।

स्कूल के दिनों में ज्यादातर लोग गणित से डरते थे या इसे बोरिंग समझते थे, लेकिन आज गूगल ने इसी विषय को एक नए और मजेदार अंदाज में पेश कर सबको चौंका दिया। बुधवार को सर्च इंजन दिग्गज Google ने अपने होमपेज पर क्वाड्रेटिक इक्वेशन (Quadratic Equation) पर आधारित एक खास और क्रिएटिव डूडल (Doodle) जारी किया। ये डूडल गणित की उस बुनियादी इक्वेशन को समर्पित है जिसने दशकों से विज्ञान, इंजीनियरिंग और अर्थशास्त्र जैसे क्षेत्रों में अहम भूमिका निभाई है।

गूगल का ये कदम गणित को सिर्फ संख्याओं तक सीमित न रखकर उसे मजेदार और इंटरएक्टिव तरीके से देखने की प्रेरणा देता है। इस डूडल के जरिए गूगल ने एक बार फिर साबित किया है कि ज्ञान को कला और रचनात्मकता के माध्यम से भी खूबसूरती से पेश किया जा सकता है।

क्वाड्रेटिक इक्वेशन को क्यों दिया गया यह सम्मान?


गूगल के मुताबिक, क्वाड्रेटिक इक्वेशन उन मैथ टॉपिक्स में से एक है जिसे लोग उसके सर्च इंजन पर सबसे ज्यादा खोजते हैं। ये वही फॉर्मूला है जिसने दशकों से इंजीनियरिंग, अर्थशास्त्र और विज्ञान जैसे क्षेत्रों की बुनियाद मजबूत की है। गूगल का यह कदम न सिर्फ इस समीकरण की अहमियत बताने के लिए है, बल्कि छात्रों और गणित प्रेमियों को इसके व्यावहारिक उपयोग की याद दिलाने के लिए भी है।

डूडल में क्या खास दिखाया गया?

भारत में ये डूडल 12 नवंबर को लाइव किया गया। इसमें ‘Google’ शब्द को बेहद क्रिएटिव तरीके से डिजाइन किया गया है। डूडल में दूसरा ‘g’ और ‘e’ मिलकर दूसरे ‘o’ को ऐसे किक करते दिखते हैं जैसे कोई बास्केटबॉल खेल रहा हो। ये एक्टिविटी ‘I’ के ऊपर होती दिखती है, जिससे ये संदेश दिया गया है कि यह इक्वेशन केवल गणित तक सीमित नहीं है यह खेलों और वस्तुओं की मूवमेंट को समझाने में भी काम आती है।

डूडल के चारों ओर हैंडरिटन मैथ फॉर्मूले भी नजर आते हैं, जो इसे और अधिक इंटरएक्टिव और शैक्षिक बनाते हैं।

डूडल लॉन्च के पीछे क्या है मकसद?

गूगल ने ये डूडल अकादमिक कैलेंडर के हिसाब से तैयार किया है ताकि छात्रों को ये याद दिलाया जा सके कि गणित सिर्फ कठिन नहीं, बल्कि रोचक और इंटरएक्टिव विषय भी हो सकता है। अक्टूबर और नवंबर के बीच कई स्कूलों में क्वाड्रेटिक इक्वेशन पढ़ाई जाती है। इसी वजह से इस समय इसके सर्च रेट में भी अचानक वृद्धि देखी जाती है।

डूडल पर क्लिक करने पर उपयोगकर्ताओं को एक ऐसे पेज पर ले जाया जाता है, जहां वे इस फॉर्मूले के इतिहास, उपयोग और समाधान के बारे में विस्तार से जान सकते हैं।

कब और कैसे शुरू हुई थी गूगल डूडल की परंपरा?

गूगल डूडल की शुरुआत 1998 में हुई थी, जब कंपनी के संस्थापक लैरी पेज और सेर्गेई ब्रिन छुट्टी पर जा रहे थे। उन्होंने उस वक्त एक साधारण सा डूडल बनाकर यूजर्स को बताया कि वे ऑफिस में नहीं हैं — यानी ये एक तरह का “Out of Office” मैसेज था।

इसके बाद, किसी खास दिन या ऐतिहासिक घटना को मनाने की परंपरा शुरू हुई। तब से अब तक गूगल हजारों डूडल बना चुका है, जो विज्ञान, इतिहास, कला और संस्कृति की महान उपलब्धियों को सलाम करते हैं।

गूगल का ये डूडल सिर्फ एक एनिमेटेड डिजाइन नहीं, बल्कि गणित के प्रति रुचि बढ़ाने की एक रचनात्मक पहल है। यह संदेश देता है कि अगर सही दृष्टिकोण से देखा जाए, तो समीकरणों और सूत्रों की दुनिया भी उतनी ही दिलचस्प है जितनी किसी कला या खेल की।

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