दिल्लीवासियों को सोमवार को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा, क्योंकि बहुत ज्यादा ही उमस ने लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया था। हालांकि, भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि पूरे हफ्ते बारिश के साथ आंधी-तूफान और 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी हवाएं चलने की संभावना है। सोमवार को शहर के बेस स्टेशन सफदरजंग में अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि एक दिन पहले यह 41.4 डिग्री सेल्सियस रिलेटिव ह्यूमिडिटी का लेवल 44% से 74% के बीच रहा।
दोपहर 2.30 बजे, जब ह्यूमिडिटी 44% दर्ज की गई और हवा का तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, लेकिन गर्मी ऐसी थी कि हीट इंडेक्स या 'महसूस होने वाला' तापमान 48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, यानी लोगों को 39.2 डिग्री तापमान 48.5 डिग्री जितना महसूस हुआ।
हीट इंडेक्स बाहर महसूस किया जाने वाला साफ तापमान है, जिसमें तापमान के साथ-साथ उमस या ह्यूमिडिटी का असर भी शामिल होता है। यह बहुत ज्यादा तापमान और ह्यूमिडिटी के कारण इंसानों को होने वाली परेशानियों का एक संकेत भी है।
हालांकि, सोमवार को सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक दिल्ली के किसी भी मौसम केंद्र पर बारिश दर्ज नहीं की गई। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "25 मई तक धूल भरी हवाओं के साथ आंधी-तूफान के दौरान गरज के साथ बहुत हल्की से हल्की बारिश, बिजली चमकने और तेज हवाएं (30-40 Km प्रति घंटे की रफ्तार) अस्थायी रूप से 50 Km प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है।"
हालांकि, IMD ने 20 से 25 मई तक बारिश और आंधी के लिए कोई कलर-कोडेड अलर्ट जारी नहीं किया है, लेकिन बारिश के कारण पारा काबू में रहने की संभावना है।
वहीं मंगलवार को अधिकतम तापमान 38-40 डिग्री सेल्सियस तक गिरने का अनुमान है और बुधवार को यह और गिरकर 37-39 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
IMD के एक अधिकारी ने कहा, "अगले सात दिनों के दौरान लू चलने की आशंका नहीं है।" मई में अब तक सफदरजंग में 92.7 mm बारिश हो चुकी है, जबकि पूरे महीने में सामान्य बारिश 30.7 mm होती है।
हालांकि, कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) की तरफ से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चरण 1 (GRAP-1) को रद्द करने के एक दिन बाद, दिल्ली की एयर क्वालिची फिर से ‘खराब’ कैटेगरी में पहुंच गई।