भारत में ट्रेन सिर्फ सफर का जरिया नहीं, बल्कि लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुकी है। हर दिन लाखों यात्री रेलगाड़ियों के जरिए अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं। तकनीक के इस दौर में रेलवे ने भी अपने सिस्टम को पूरी तरह आधुनिक बना लिया है। खासकर आईआरसीटीसी ने टिकट बुकिंग को इतना आसान कर दिया है कि अब घर बैठे ही कुछ सेकंड में ट्रेन टिकट बुक की जा सकती है। मोबाइल ऐप और वेबसाइट के जरिए न सिर्फ टिकट लेना बल्कि उसे कैंसल करना, ट्रेन की स्थिति देखना या खानपान का ऑर्डर देना भी अब बेहद आसान हो गया है।
रेलवे की इस डिजिटल यात्रा ने यात्रियों के अनुभव को पूरी तरह बदल दिया है और भारत की रेल व्यवस्था को एक नई दिशा दी है। ये सिर्फ सुविधा नहीं, बल्कि आधुनिक भारत की रफ्तार का प्रतीक बन चुकी है।
बस क्लिक में बुक होता है टिकट
पहले लोगों को टिकट बुक कराने के लिए लंबी कतारों में घंटों खड़ा रहना पड़ता था। लेकिन अब सिर्फ स्मार्टफोन या कंप्यूटर पर कुछ क्लिक में टिकट बुक हो जाते हैं। यही वजह है कि आईआरसीटीसी भारत की डिजिटल क्रांति का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सरकार हर दिन इस प्लेटफॉर्म से कितने टिकट बेचती है?
रोजाना बिकते हैं 14 लाख से ज्यादा टिकट
रेल मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, आईआरसीटीसी हर दिन 1.3 से 1.4 मिलियन (13 से 14 लाख) ट्रेन टिकट बेचता है। त्योहारों या छुट्टियों के दौरान यह संख्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है।
वित्तीय वर्ष 2025–26 की पहली तिमाही में, औसतन 13.88 लाख टिकट रोजाना बुक किए गए, यानी हर सेकंड सैकड़ों टिकटों की बुकिंग होती है
रेलवे की रोजाना कमाई भी है जबरदस्त
भारतीय रेलवे की दैनिक कमाई 400 से 600 करोड़ रुपये के बीच रहती है। इसमें से यात्री टिकट बिक्री का बड़ा योगदान होता है, और इसमें आईआरसीटीसी की ऑनलाइन बुकिंग मुख्य भूमिका निभाती है।
कई और तरीकों से होती है कमाई
आईआरसीटीसी सिर्फ टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म नहीं है ये कमाई का पावरहाउस है।
त्योहारों में टिकटों की डिमांड होती है डबल
छुट्टियों और त्योहारों के मौसम में आईआरसीटीसी पर टिकटों की डिमांड आसमान छू जाती है।
दिवाली, छठ, होली, या गर्मियों की छुट्टियां हर सीजन में यात्रियों की भीड़ कई गुना बढ़ जाती है। इस दौरान टिकट बुकिंग और रेलवे की कमाई दोनों रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाते हैं।