सोशल मीडिया पर अक्सर कुछ ना कुछ वायरल होता रहता है। हाल ही में एक कंपनी के ह्यूमन रिसोर्स (HR) डिपार्टमेंट ने गलती से कंपनी के सभी कर्मचारियों सहित CEO को भी टर्मिनेशन लेटर भेज दिया। टर्मिनेशन लेटर मिलने के बाद सभी काफी घबरा गए, लेकिन बाद में पता चला कि ये एक टेक्निकल गलती थी। किसी को भी कंपनी से नहीं निकाला गया है। कंपनी में काम करने वाले एक कर्मचारी ने इस घटना को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म Reddit पर शेयर किया। ये पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई।
एक Reddit यूजर ने बताया कि ये पूरा मामला तब हुआ जब HR टीम एक नया ऑफबोर्डिंग ऑटोमेशन टूल टेस्ट कर रही थी, जो कंपनी छोड़ने वाले कर्मचारियों को ऑटोमैटिक एग्जिट ईमेल भेजने के लिए बनाया गया था। लेकिन गलती से किसी ने सिस्टम को "टेस्ट मोड" से "लाइव मोड" में स्विच नहीं किया। नतीजा ये हुआ कि पूरी कंपनी को एक ईमेल चला गया, जिसमें लिखा था कि "आपका लास्ट वर्किंग डे तुरंत प्रभाव से है।" सोशल मीडिया पर ये पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है।
यूजर के मुताबिक, इस अचानक आए ईमेल से पूरी कंपनी में अफरा-तफरी मच गई। उन्होंने लिखा, "आज सुबह, 300 कर्मचारियों (लीडरशिप समेत) को एक ईमेल मिला जो इस तरह शुरू हुआ था- 'आपका आखिरी वर्किंग डे तुरंत प्रभावी है,'।" उन्होंने कहा कि स्लैक चैनल "न्यूक्लियर" हो गए, क्योंकि एक मैनेजर ने मजाक में पूछा, "क्या मुझे पैकिंग शुरू कर देनी चाहिए?" इसके बाद हालात काफी बिगड़ गए। फिर IT डिपार्टमेंट ने सबको एक मैसेज भेजा, "किसी को नौकरी से नहीं निकाला गया है। कृपया अपने बैज वापस न करें।" इस संदेश के बाद ही कर्मचारियों को राहत मिली और माहौल थोड़ा शांत हुआ।
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस घटना पर अपना रिएक्शन दिया है। एक यूजर ने लिखा, "ईमानदारी से कहूं तो, मैंने कुछ ऐसी नौकरियां की हैं जहां मेरी एनर्जी ऐसी थी कि 'अगर तुम सच में मुझे निकालने जितने बेवकूफ हो, तो मैं वैसे भी तुम्हारे लिए काम नहीं करना चाहता।' मैंने कुछ ऐसी नौकरियां की हैं जहां मैं बस इस मैसेज पर थम्स अप करता और अपना सामान पैक करना शुरू कर देता।" वहीं दूसरे ने कमेंट किया, “जिस कंपनी को इस तरह के ऑटोमेशन टूल की जरूरत पड़ रही है, उसका भविष्य ज्यादा उज्जवल नहीं दिखता।”