आइसक्रीम का नाम सुनते किसी का भी खाने का मन कर जाए। भूख लगी हो या न लगी हो, आइसक्रीम खाने निकल पड़ते हैं। सर्दी, गर्मी, बरसात, आइसक्रीम हर सीजन में पसंद की जाती है। इस बीच आइसक्रीम के बारे में एक ऐसी खबर सामने आई है। जिसे सुनते ही लोगों के होश उड़ गए। दरअसल, कर्नाटक में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ( FDA) ने कुछ स्थानीय आइसक्रीम, सॉफ्ट ड्रिंक और आइस कैंडी बनाने वाली फैक्ट्रियों पर छापा मारा। यहां आइसक्रीम में जो मिलावट की जा रही थी, उसे देखते ही अधिकारियों का दिमाग भी सुन्न पड़ गया। फैक्ट्री में आइसक्रीम का स्वाद बढ़ाने के लिए डिटर्जेट पाउडर का इस्तेमाल किया जा रहा था।
जांच-पड़ताल में पता चला है कि कुछ लोग आइसक्रीम को क्रीमी बनाने के लिए डिटर्जेंट पाउडर मिला रहे थे। वहीं कोल्ड ड्रिंक में हड्डियों को कमजोर करने वाला फास्फोरिक एसिड मिला रहे थे। विभाग ने कुल 38,000 रुपये का जुर्माना लगाया है। बच्चों के खाने-पीने की चीजों की जांच के लिए यह कार्रवाई की गई है।
FDA की छापेमारी में हुआ बड़ा खुलासा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जांच में पता चला कि कुछ जगहों पर स्टोरेज की हालत बहुत खराब थी। कई मामलों में आइसक्रीम बनाने वाली कंपनियां लागत कम करने के लिए डिटर्जेंट, यूरिया या स्टार्च से बना सिंथेटिक दूध इस्तेमाल कर रहे थे। नेचुरल चीनी की जगह, हानिकारक चीजें जैसे सैकरिन और बैन लगे रंग मिलाए जा रहे थे। जिससे आइसक्रीम का स्वाद लाजवाब हो जाता था। ऐसे में लोग बड़े चाव से खाते थे। यह भी नोट किया कि ज्यादातर फैक्ट्रियों में आइस कैंडी और ड्रिंक्स में या साफ पानी का उपयोग नहीं किया जा रहा था। वहीं कुछ जगहों पर लिमिट से कहीं ज्यादा मात्रा में स्वाद बढ़ाने वाले तत्व मिलाए जा रहे थे। कुछ इनपुट्स मिलने के बाद अधिकारियों ने छापा मारा। इससे आइसक्रीम बनाने वाली फैक्ट्रियों में हड़कंप मच गया।
डिटर्जेंट पाउडर सेहत के लिए हानिकारक
डिटर्जेंट पाउडर का उपयोग कपड़े धोने के लिए किया जाता है। लेकिन गलती से या जानबूझकर इसका सेवन करना बेहद खतरनाक हो सकता है। इसमें केमिकल्स, ब्लीच और हार्श क्लीनिंग एजेंट्स होते हैं, जो शरीर के लिए जहरीले (toxic) साबित हो सकते हैं। डिटर्जेंट में मौजूद केमिकल्स एसिडिटी और जलन पैदा कर सकते हैं। इससे उल्टी, दस्त, पेट दर्द और गैस हो सकती है। गंभीर मामलों में अंदरूनी अंगों में सूजन और अल्सर हो सकता है। वहीं इसके सेवन से कैंसर का भी खतरा बना रहता है।