इंदौर के नंदलालपुरा इलाके की हिंदू किन्नर समाज ने मुस्लिम किन्नरों पर धर्मांतरण कराने और जानबूझकर HIV संक्रमित इंजेक्शन लगाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। हिंदू किन्नर समूह की प्रतिनिधि सपना गुरु का आरोप है कि मालेगांव से आए मुस्लिम किन्नर पायल उर्फ नईम अंसारी और सीमा हाजी उर्फ फरजान ने हिंदू किन्नरों को जबरदस्ती इस्लाम में धर्मांतरित किया और इन्हें संक्रमित करने की कोशिश की है। सपना गुरु ने बताया कि डर के कारण कई किन्नर अपना ठिकाना छोड़ चुके हैं या दबाव में आकर मुस्लिम किन्नरों के साथ जुड़ गए हैं।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, इस विवाद में अब तक 60 किन्नर HIV संक्रमित पाए गए हैं और करीब 12 का इलाज एमवाय अस्पताल के ART सेंटर में चल रहा है। इस मामले की शिकायत चीफ जस्टिस, PMO, CMO, कलेक्टर और पुलिस कमिश्नर तक की गई है और सबूत के तौर पर वीडियो भी सौंपे गए हैं।
किन्नरों के दो गुटों के बीच यह विवाद कई महीनों से चला आ रहा है। हिंदू किन्नर सपना गुरु के अनुसार, पायल ने 2000 में मालेगांव से इंदौर आकर दूसरे हिंदू किन्नरों को इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर करना शुरू किया। सीमा हाजी ने कुछ किन्नरों को जबरन हज भी करवा दिया। इसके बाद मुस्लिम किन्नर गुट ने महाराष्ट्र और आसपास के कई मुस्लिम किन्नरों को इंदौर बुलाकर हिंदू किन्नरों को धमकाना शुरू कर दिया।
वकील सचिन सोनकर के मुताबिक, इन आरोपित किन्नरों ने करीब 60 हिंदू किन्नरों को संक्रमित इंजेक्शन लगाकर बीमार कर दिया है। इसके चलते इंदौर में लगभग 100 संक्रमित मुस्लिम किन्नर घूम रहे हैं, जिससे और लोग संक्रमित होने का खतरा भी बढ़ रहा है।
यह विवाद तब और बढ़ा जब एक पक्ष ने विजयनगर थाने पहुंचकर पायल गुट के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। दोनों गुटों के बीच हुआ झगड़ा थाने तक पहुंच गया है, जिसमें मारपीट, अपहरण जैसे मामले भी दर्ज हुए हैं। करीब एक महीना पहले हुए एक विवाद के बाद जांच शुरू हुई थी, लेकिन वो बीच में ही अटक गई।
हिंदू किन्नर समूह ने आरोप लगाया कि जांच में बाधा आ रही है और पायल हाजी से पुलिस संपर्क तक नहीं कर पा रही है, क्योंकि उनके ठिकाने पर बंदूकों से लैस सिक्योरिटी गार्ड तैनात हैं। इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने मामले की तहकीकात के लिए SIT बनाई, जिसमें कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हैं, और जांच शुरू हो चुकी है।
इस पूरे विवाद को स्थानीय किन्नर समुदाय में "किन्नर जिहाद" भी कहा जा रहा है, जिसमें धर्मांतरण के साथ ही जानलेवा एचआईवी संक्रमण को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप है। हिंदू किन्नर समाज अपनी सुरक्षा और अधिकारों के लिए सरकार से तुरंत और सख्त कदम उठाने की मांग कर रहा है।