Kanwar Yatra 2025: पवित्र कांवड़ यात्रा 11 जुलाई से होगी शुरू, पर्दे से ढकी जाएंगी शराब की सभी दुकानें
Kanwar Yatra 2025: उत्तराखंड सरकार श्रावण मास में कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हाईवे और सड़कों पर स्थित लगभग 28 शराब की दुकानों पर परदे लगाने की तैयारी कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, हरिद्वार में पड़ने वाली सभी शराब की दुकानों को परदे से ढकने के निर्देश जारी किए गए हैं
Kanwar Yatra 2025: 11 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत के साथ कांवड़ यात्रा भी शुरू हो जाएगी
Kanwar Yatra 2025:हरिद्वार में 11 से 23 जुलाईतकचलनेवालीआगामीकांवड़ यात्रा के मद्देनजर दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंडमें व्यापक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इस क्रम में उत्तराखंड सरकार श्रावण मास में कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हाईवे और सड़कों पर स्थित करीब 28 शराब की दुकानों पर परदे लगाने की तैयारी कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, हरिद्वारमेंपड़ने वाली सभी शराब की दुकानों को परदे से ढकने के निर्देश जारी किए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि शराब की दुकानों पर परदे लगाने की व्यवस्था की जा रही है ताकि श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे। साथ ही यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके।
हरिद्वार के जिला आबकारी अधिकारी कैलाश चंद्र बिंजोलानेन्यूजएजेंसीआईएएनएसको बताया, "दुकानों और उनके साइनबोर्ड पर परदे लगाए जाएंगे। इन्हें बंद करने की कोई योजना नहीं है।" उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर दुकानदार इन निर्देशों का पालन नहीं करते हैं तो उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे।
पिछले सप्ताह की शुरुआत में मुख्यमंत्री पुष्करसिंहधामी ने आगामी कांवड़ यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को कांवड़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और संरक्षित तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्रीधामीकी अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में कई निर्णय लिए गए। इनमें जन सुविधा के लिए उत्तराखंड कांवड़ सेवा ऐपलॉन्च करना, अनिवार्य खाद्य लाइसेंस दिखाना और फर्जी एवं भ्रामक खबरों पर लगाम लगाना आदि शामिल हैं।
राज्य प्रशासन कांवड़ यात्रा रूट पर स्वच्छ कांवड़ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने को तैयार है। इसकेलिएहरिद्वार, रुड़की, ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्रों के 30 किलोमीटर के दायरे में हर 1-2 किलोमीटर पर मोबाइल शौचालय, पानी और कचरा निपटान के लिए विशेष वाहन तैनात किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से हर 5 किलोमीटर पर स्वास्थ्य केंद्र, एम्बुलेंस और मेडिकल कर्मचारियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी कहा। अधिकारियों को उत्तराखंड कांवड़ सेवा ऐप लॉन्च करने का भी निर्देश दिया गया है, जो कांवड़ियों को सभी डिटेल्स प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यात्रा रूट पर स्थित ढाबों और होटलों को सुरक्षा मानकों का पालन करना होगा।
दिल्ली में भी बड़ी तैयारी
दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा ने इस दौरान कांवड़ यात्रा रूट पर मांस की दुकानें बंद रखने की घोषणा की है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद से बिजनौर तक हवाई सर्वेक्षण किया और यात्रा में बाधा डालने की किसी भी कोशिश के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने साफ-सफाई, बिजली, प्रकाश व्यवस्था और आवश्यक सेवाओं की आवश्यकता पर जोर दिया।मांस की दुकानों के बंद होने से दुकानदारों की आजीविका को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
डीएम ने लिया जायजा
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही जिला प्रशासन सभी तैयारियों को मुकम्मल करना चाहता है। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बुधवार को तहसील जेवर के ग्राम खेड़ा भाईपुर में स्थित प्राचीन नानकेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। उन्होंने यात्रा रूट्स तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधाओं में किसी प्रकार की कमी न हो। साफ-सफाई, पेयजल व्यवस्था, मेडिकल सुविधा, बिजली आपूर्ति, सीसीटीवी कैमरे तथा सुरक्षा-व्यवस्था जैसे सभी पहलुओं पर विशेष ध्यान देते हुए सभी व्यवस्थाओं को समय रहते दुरुस्त कर लिया जाए।
उन्होंने कांवड़ मार्गों पर सड़क मरम्मत, बैरिकेडिंग, प्रकाश व्यवस्था, शौचालय की उपलब्धता एवं प्राथमिक इलाज केंद्रों की स्थापना की स्थिति की समीक्षा की। मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने इस अवसर पर मंदिर समिति के प्रबंधकों के साथ बैठक करते हुए कहा कि कांवड़ यात्रा एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है। इसलिए, उनके द्वारा भी श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं मानकों के अनुरूप पूर्ण कर ली जाएं।