Mahua Moitra Marries Pinaki Misra: तृणमूल कांग्रेस (TMC) की चर्चित सांसद महुआ मोइत्रा ने चुपके से शादी कर ली है। महुआ मोइत्रा ने कथित तौर पर विदेश में आयोजित एक निजी समारोह में बीजू जनता दल (BJD) के सीनियर नेता और पूर्व सांसद पिनाकी मिश्रा के साथ विवाह किया। सूत्रों ने पुष्टि की है कि कृष्णानगर से दो बार की लोकसभा सांसद ने ओडिशा के पुरी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके अनुभवी सांसद मिश्रा से विवाह किया है। सोशल मीडिया पर सामने आई एक तस्वीर में मोइत्रा पारंपरिक पोशाक और भारी सोने के आभूषणों से सजी हुई दिखाई दे रही हैं। कपल की तस्वीरें वायरल हो गई हैं।
'टेलीग्राफ' के अनुसार, महुआ मोइत्रा ने 3 मई को जर्मनी में पिनाकी मिश्रा के साथ चुपचाप विवाह किया। हालांकि, खबर लिखे जाने तक दोनों की तरफ से शादी की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। महुआ मोइत्रा या फिर पिनाकी मिश्रा ने इसको लेकर कोई भी तस्वीर या खबर सोशल मीडिया पर शेयर नहीं की है। मोइत्रा ने पहले डेनिश फाइनेंसर लार्स ब्रोरसन से शादी की थी।
संसद में सबसे मुखर सांसदों में से एक महुआ कथित तौर पर करीब तीन साल तक वकील जय अनंत देहाद्रई के साथ भी रिश्ते में थीं, जिन्हें बाद में उन्होंने "धोखा दिया हुआ पूर्व प्रेमी" बताया था। शादी के बारे में पूछे जाने पर तृणमूल के एक सांसद ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, "मुझे इसकी जानकारी नहीं है।"
महुआ का सांसद के रूप में पहला कार्यकाल तब छोटा हो गया था जब उन पर उद्योगपति गौतम अडाणी के खिलाफ उनके एक व्यापारिक प्रतिद्वंद्वी द्वारा उकसाए गए सवाल उठाने का आरोप लगाया गया था। नवंबर 2023 में जब संसद उन्हें निष्कासित करने की दिशा में आगे बढ़ रही थी, तब महुआ ने द गार्जियन से कहा था, "पुरुषों के प्रति मेरी पसंद बहुत खराब है।"
12 अक्टूबर, 1974 को असम में जन्मी महुआ मोइत्रा ने एक निवेश बैंकर के रूप में अपना करियर शुरू किया। बाद में वह 2010 में ममता बनर्जी की पार्टी में शामिल हो गईं। मोइत्रा 2019 में पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुनी गईं। इसके बाद 2024 में फिर से एमपी चुनी गईं।
वहीं, पिनाकी मिश्रा का जन्म 23 अक्टूबर, 1959 को ओडिशा के पुरी में हुआ था। वह एक अनुभवी राजनीतिज्ञ और वरिष्ठ वकील हैं। उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में BA (ऑनर्स) और दिल्ली यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री भी प्राप्त की है।
मिश्रा ने 1996 में पुरी लोकसभा सीट जीतकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। बाद में वे नवीन पटनायक की बीजू जनता दल में शामिल हो गए। वह 2009, 2014 और 2019 में जीतकर संसद पहुंचे। हालांकि, 2024 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।