Maharashtran Monsoon Update: इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने रविवार (25 मई) को बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की तय समय से पहले ही महाराष्ट्र में एंट्री हो चुकी है। मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून महाराष्ट्र में पहुंच गया है। अगले तीन दिनों में इसके मुंबई और कुछ अन्य हिस्सों तक पहुंचने की उम्मीद है। महाराष्ट्र में तटीय कोंकण और मुंबई में पिछले दो दिनों से मानसून से पहले ही भारी बारिश हो रही है।
IMD ने कहा कि मानसून रविवार को अरब सागर के कुछ और हिस्सों, कर्नाटक, संपूर्ण गोवा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, उत्तरी बंगाल की खाड़ी, तथा मिजोरम,मणिपुर और नगालैंड के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया। मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून की उत्तरी सीमा देवगढ़, बेलगावी, हावेरी, मांड्या, धर्मपुरी, चेन्नई, आइजोल, कोहिमा से होकर गुजरती है।
मौसम एजेंसी ने कहा, "मानसून के मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मुंबई सहित महाराष्ट्र के कुछ अन्य भागों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। इसके अलावा मानसून के अगले तीन दिनों के दौरान बेंगलुरु सहित कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के शेष हिस्सों, पश्चिम-मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के अधिकांश हिस्सों तथा पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ और हिस्सों में पहुंचने की उम्मीद है।"
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने शनिवार को केरल में दस्तक दी। साल 2009 के बाद से ऐसा पहली बार है जब मानसून इतनी जल्दी केरल पहुंचा है। साल 2009 में मानसून 23 मई को केरल पहुंचा था। सामान्य तौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून तक केरल में दस्तक देता है। जबकि 8 जुलाई तक पूरे देश में पहुंच जाता है।
मानसून 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू कर देता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस लौट जाता है। यह आमतौर पर सात जून के आसपास महाराष्ट्र और 11 जून को मुंबई पहुंचता है।
मुंबई में भारी बारिश का अलर्ट
महाराष्ट्र के तटीय कोंकण और मुंबई में पिछले दो दिनों से भारी प्री-मानसून बारिश हो रही है। देश की आर्थिक राजधानी में शनिवार रात को ही प्री मानसून ने दस्तक दे दी। झमाझम बारिश से मुंबई के कई इलाके लबालब भर गए। मौसम विशेषज्ञों ने इस साल महाराष्ट्र में मानसून के समय से पहले आने की भविष्यवाणी की है। इसके कारण मुंबई में गरज के साथ बारिश हो रही है।
मुंबई स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र की प्रमुख डॉ. शुभांगी भूटे ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, "दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में अपने आगमन की सामान्य तारीख 1 जून से लगभग एक सप्ताह पहले ही पहुंच चुका है। इसके आगे बढ़ने के लिए मौसम की परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं।"
उन्होंने कहा कि निर्धारित समय से पहले मानसून की दस्तक मौजूदा अनुकूल मौसम परिस्थितियों के कारण है। मौसम विभाग ने रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए 'रेड अलर्ट' जारी करते हुए वहां भारी बारिश का अनुमान जताया है। सातारा और कोल्हापुर के घाट क्षेत्रों में भी कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।
भूटे ने कहा, "रायगढ़ जिले के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है। हालांकि, मुंबई शहर के लिए भारी बारिश की चेतावनी नहीं दी गई है। मौसम विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए है और समय-समय पर आवश्यक जानकारी प्रदान करेगा।"
आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून को केरल में दस्तक देता है। इसके बाद 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है। 15 अक्टूबर तक यह पूरी तरह से वापस चला जाता है।