उत्तर प्रदेश अब देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जहां आयुष्मान भारत योजना के तहत OPD (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) में भी इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड स्वीकार किया जाएगा। पहले यह सुविधा केवल भर्ती मरीजों के लिए थी, मगर अब OPD में इलाज के खर्च पर भी डिस्काउंट मिलेगा। यह सुविधा राज्य की स्टेट एजेंसी फॉर कांप्रिहेंसिव हेल्थ एंड इंटिग्रेटेड सर्विस द्वारा विकसित मॉडल के जरिए शुरू की गई है और पहले चरण में करीब 180 निजी अस्पताल इस योजना में शामिल किए गए हैं।
यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह योजना पहले से ही देश की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना है और अब इसे और अधिक बढ़ावा देने के लिए डिजिटल नवाचारों की शुरुआत की गई है। आयुष्मान कार्डधारक अब ‘आयुष्मान सारथी’ ऐप और कॉल सेंटर की मदद से नजदीकी अस्पताल की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और घर बैठे डॉक्टर के साथ अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं। इससे मरीजों को अस्पताल में लंबी कतारों में लगने से बचाव मिलेगा, और उनकी सुविधाएं सहज हो जाएंगी।
इस योजना के तहत अब OPD का खर्च भी लाभार्थी के लिए कवर होगा, जिससे उपचार के खर्च में खासा राहत मिलेगी। प्रदेश में अब तक 5.38 करोड़ से अधिक लोगों को आयुष्मान कार्ड जारी किया जा चुका है, जो लक्षित परिवारों का 87 प्रतिशत है। वहीं, 6099 अस्पताल योजना में सूचीबद्ध हैं, जिनमें सरकारी और निजी दोनों अस्पताल शामिल हैं। राज्य सरकार का लक्ष्य और अधिक अस्पतालों को योजना से जोड़ना है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें।
राज्य सरकार यह भी सुनिश्चित कर रही है कि लाभार्थियों को योजना का दायरा समझाने के लिए ‘आयुष्मान ई-कॉमिक बुक’ और ‘आयुषी चैटबॉट’ जैसी डिजिटल सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। ये आधुनिक तकनीकें मरीजों को योजना की जानकारी देने के साथ उनके सवालों का जवाब भी प्रदान करती हैं। इसके अलावा, आपातकालीन रूप से भी अस्पताल में भर्ती की सुविधा तुरंत प्रदान की जाएगी, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं और ज्यादा सुलभ बनेंगी।