गर्मियों का मौसम आने वाला है। इस दौरान बहुत से लोग गर्मी और धूप से बचने के लिए अपनी गाड़ियों की विंडो की ग्लास पर ब्लैक फिल्म लगवा लेते हैं। जिसका खामियाजा उन्हें आगे चलकर भुगतना पड़ता है। और यह खामियाजा उन्हें ट्रैफिक चालान भरकर करना पड़ता है। कुछ ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसमें एक कार में शीशे में काली फिल्म लगी हुई थी। इसके बाद शख्स पालतू कुत्ता भौंकने लगा। जिससे ट्रैफिक पुलिस ने चालान काटने से मना कर दिया और चेतावनी देकर छोड़ दिया।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने साल 2012 में कारों के काले शीशे को लेकर एक फैसला दिया था। न्यायालय के नियमों के अनुसार किसी भी कार के फ्रंट और बैक ग्लास में कम से कम 70 फीसदी की विजिबिलिटी होना जरूरी है। जिसका अर्थ यह है कि कम से कम 70 फीसदी बाहरी लाइट कार के अंदर जानी चाहिए। वहीं साइड के शीशों के लिए यह नियम 50 फीसदी है। यानी शीशों से कम से कम 50 फीसदी लाइट अंदर जानी चाहिए।
कुत्ते की वजह से नहीं कटा चालान
सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें दिख रहा है कि एक शख्स अपनी कार के अंदर बैठा हुआ है। उसके बगल वाली सीट पर उसका पालतू कुत्ता है। वहीं नजर आ रहा है कि उस आदमी ने कार के शीशे पर ब्लैक फिल्म चढ़वाया हुआ है। उसे देखने के बाद ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने कहा कि 'ब्लैक फिल्म नहीं चलेगा इसपे, मैं आपका चालान करूंगा, बस इस बार छोड़ रहा हूं। केवल इसकी(कुत्ता) वजह से बच रहे हो। इसकी वजह ये है कि इस कुत्ते से मुझे डर लगता है। कार के विंडो में काली फिल्म नहीं चढ़ाना है। माननीय सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर है, हमको पालन करना पड़ेगा। इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर @theonly_nitish नाम के अकाउंट से पोस्ट किया गया है। वीडियो को पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा है कि डोगेश भाई के आगे कोई नहीं बोल सकता।
कार के शीशों पर ब्लैक फिल्म लगाने पर 5000 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक का चालान लगाया जा सकता है। इसके साथ ही पुलिस आपको ऊपर आपराधिक मामले में मुकदमा भी दर्ज कर सकती है। वहीं, पुलिस आपको कार के शीशों पर लगी ब्लैक फिल्म को हटाने और कार्रवाई का आदेश भी दे सकती है। इस नियम का बार-बार उल्लंघन करने पर वाहन का रजिस्ट्रेशन भी रद्द किया जा सकता है।