Vir Das News: कॉमेडियन और अभिनेता वीर दास ने एयर इंडिया पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। वीर ने एयर इंडिया को खराब सर्विस के लिए जमकर लताड़ लगाई है। उन्होंने एक पोस्ट में बताया है कि लाखों खर्च करने के बाद उन्हें वो सुविधाएं नहीं मिली, जिसके लिए उन्होंने भुगतान किया था। वीर दास ने दावा किया कि उन्होंने अपनी पत्नी के लिए व्हीलचेयर पहले से बुक कर ली थी, जिनके पैर में फ्रैक्चर है। हालांकि, कॉमेडियन ने कहा कि चालक दल ने उन्हें व्हीलचेयर नहीं दिया। दास ने दावा किया कि उनकी पत्नी को फ्लाइट से उतरते समय फ्रैक्चर वाले पैर के साथ लंगड़ाते हुए चलना पड़ा।
कॉमेडियन ने कहा कि उन्होंने एयर इंडिया की फ्लाइट में 50,000 रुपए की टिकट बुक की थीं, जिनमें व्हीलचेयर और सामान उठाने की सुविधा भी एडवांस में बुक थी। दास ने बताया कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उनकी पत्नी के पैर में फ्रैक्चर है। लेकिन उन्हें ये VIP सुविधा तो दूर बल्कि फ्लाइट की सीट भी टूटी हुई मिली, जिसका फुट रेस्ट भी टूटा हुआ था। उन्होंने दावा किया कि इसकी शिकायत करने पर एयर इंडिया के स्टाफ ने उन्हें पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया।
वीर दास ने अपनी X पोस्ट में लिखा, "प्रिय एयर इंडिया कृपया अपनी व्हीलचेयर वापस ले लें। मैं हमेशा से आपका लॉयल ग्राहक रहा हूं। मुझे लगता है कि आपके क्रू मेंबर्स बहुत अच्छे हैं। इसलिए यह पोस्ट लिखते हुए मुझे दुख हो रहा है। मेरी पत्नी और मैंने प्रणाम सर्विस और व्हीलचेयर बुक की थी क्योंकि उसके पैर में फ्रैक्चर है जो अभी ठीक हो रहा है।" वीर ने आगे लिखा, "उन्होंने प्रति सीट का किराया ₹50,000 दिए और बदले में उन्हें टूटी हुई सीट और टूटे हुए लेग रेस्ट मिले। उनकी सीट ठीक से सीधी नहीं हो रही थी। हमें फ्लाइट में कहा गया कि सीट नई लगाई गई है।"
उन्होंने आगे लिखा, ""दो घंटे की देरी से हम दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे और हमें कहा गया कि फ्लाइट से उतरने के लिए सीढ़ियां हैं। जबकि व्हीलचेयर और लॉन्ज प्री-बुक था। मैंने एयर होस्टेस से कहा कि वो मेरी पत्नी को असिस्ट करें, जब मैं 4 बैग उठाया हुआ था। वो चुप और क्लूलेस थी। हम फ्लाइट से उतर रहे थे मैंने एयर इंडिया के पुरुष ग्राउंड स्टाफ से कहा कि हमारी मदद करें, लेकिन वो हमें नजरअंदाज कर रहे थे। मेरी पत्नी को फ्रैक्चर पैर के साथ सीढ़ियों से उतरना पड़ा।"
कॉमेडियन ने अपने पोस्ट में आगे कहा, "हमने उतरने के बाद बस के पास खड़े एक स्टाफ मेंबर से कहा ये क्या हो रहा है। इस पर उसने कहा, 'सर क्या करें सॉरी।' हम टर्मिनल पर पहुंचे तब एनकाम (लॉन्ज) के शख्स ने व्हीलचेयर स्टाफ को बताया कि हमारी प्री-बुकिंग है। वो भी क्लूलेस था। वहां हर तरफ व्हीलचेयर थीं, लेकिन स्टाफ नहीं था क्योंकि फ्लाइट दो घंटे लेट थी। मैंने खुद व्हीलचेयर ली और पत्नी को लेकर सामान की तरफ गया और फिर पार्किंग तक गया। एनकाम एयर इंडिया को बताइए ये क्या हो रहा है। कोई आया ही नहीं। खैर, आपकी एक व्हीलचेयर सेकंड फ्लोर पार्किंग में है, उसे क्लेम कर लीजिए।" वीर दास का ने एयर इंडिया से अपनी सर्विस को सुधारने की अपील की है।