कौवों को अकसर हम शोर मचाने वाले, चालाक और कभी-कभी परेशान करने वाले पक्षी मानते हैं। लेकिन इन काले पंखों वाले जीवों की दुनिया में एक बेहद दिलचस्प और भावनात्मक पहलू भी छिपा है। कई बार देखा गया है कि जब लोग उन्हें नियमित रूप से खाना खिलाते हैं, तो कौवे बदले में इंसानों को छोटे-छोटे तोहफे देकर अपनी कृतज्ञता जताते हैं। ये तोहफे साधारण नहीं होते कभी चमकदार कंकड़, कभी बोतल के ढक्कन, तो कभी छोटी अंगूठियां।
असल में यह व्यवहार कौवों की बुद्धिमत्ता और सामाजिक जुड़ाव को दर्शाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि कौवे बेहद समझदार होते हैं और इंसानों के साथ भावनात्मक संबंध बना सकते हैं। जब कोई व्यक्ति उन्हें रोजाना खाना देता है, तो वे उसे पहचानने लगते हैं और उस इंसान को अपने समूह का हिस्सा मान लेते हैं। ऐसे में वे अपने तरीके से आभार जताने की कोशिश करते हैं।
कौवों की यह आदत दुनिया के कई हिस्सों में दर्ज की गई है। अमेरिका, यूरोप और एशिया में लोग बताते हैं कि उनके आंगन या खिड़की पर कौवे अकसर कोई चमकदार चीज छोड़ जाते हैं। यह उनके लिए एक तरह का ‘गिफ्ट एक्सचेंज’ है। इंसान खाना देता है, और कौवा अपनी दुनिया से कुछ खास चीज लाकर लौटाता है।
दिलचस्प बात यह है कि कौवे चमकदार वस्तुओं की ओर खास आकर्षित होते हैं। यही वजह है कि उनके तोहफों में अकसर धातु के टुकड़े, कांच के टुकड़े या रंगीन प्लास्टिक शामिल होते हैं। कई बार लोग हैरान रह जाते हैं जब उन्हें अपने दरवाजे पर कोई छोटी अंगूठी या सिक्का मिलता है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि यह व्यवहार केवल ‘खुश करने’ के लिए नहीं है, बल्कि कौवों की सामाजिक बुद्धि का हिस्सा है। वे इंसानों को याद रखते हैं, उनके चेहरे पहचानते हैं और यहां तक कि उन्हें ‘दोस्त’ मान सकते हैं। यह पक्षियों और इंसानों के बीच एक अनोखा रिश्ता है, जो भरोसे और देखभाल पर आधारित है।