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Mongoose and Snake Fight: नेवला सांप को देखते ही क्यों कर देता है हमला? जानिए असली वजह

Mongoose and Snake Fight: जंगल की सबसे मशहूर दुश्मनी की बात करें, तो सांप और नेवले का नाम सबसे पहले आता है। यह मुकाबला सिर्फ शिकारी और शिकार का नहीं, बल्कि कुदरत का अनोखा खेल है। जैसे ही नेवला सांप को देखता है, वह बिना डरे हमला करता है, और सांप भी पूरी ताकत से पलटवार करता है

अपडेटेड Aug 13, 2025 पर 12:36 PM
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Mongoose and Snake Fight: नेवला सांप के बच्चों का शिकार करता है, जिससे सांप भी हमेशा सतर्क रहता है।

जंगल की दुनिया में कुछ कहानियां कभी पुरानी नहीं होतीं, और सांप-नेवले की दुश्मनी उनमें सबसे खास है। इंसानों की लड़ाई-झगड़े तो आम बात हैं, लेकिन इन दो जंगली योद्धाओं के बीच का संघर्ष किसी फिल्मी सीन से कम नहीं लगता। ये सिर्फ शिकारी और शिकार की कहानी नहीं, बल्कि प्रकृति का बनाया हुआ ऐसा रोमांचक खेल है जिसमें दोनों की बहादुरी, फुर्ती और चालाकी साफ दिखाई देती है। जैसे ही नेवला सांप को देखता है, वो बिना डरे उस पर हमला कर देता है। उधर, सांप भी अपनी जहरीली फुफकार और तेजी से नेवले को मात देने की कोशिश करता है।

इस दिलचस्प जंग को देखने वाला हर इंसान रोमांचित हो उठता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर इन दोनों में ऐसी दुश्मनी क्यों है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है? ये लड़ाई जंगल के संतुलन और कुदरत के अनोखे नियमों को समझने की एक अनकही कहानी है।

क्यों भड़क उठता है नेवला?


जैसे ही नेवला सांप को देखता है, उसका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है। बिना डरे वो सीधे हमला कर देता है। ऐसा क्यों? दरअसल, नेवले के शरीर में एक खास रिफ्लेक्स – एसिटिलकोलाइन रिफ्लेक्स – पाया जाता है, जो सांप के जहर के असर को कम कर देता है। इस वजह से वो सांप के जहरीले डंस का सामना कर पाता है।

सिर्फ शिकारी और शिकार की कहानी नहीं

ये लड़ाई सिर्फ एक शिकारी और शिकार की कहानी नहीं, बल्कि बायोलॉजिकल जंग है। नेवले के शरीर में खास रिसेप्टर्स होते हैं, जो सांप के न्यूरोटॉक्सिन को निष्क्रिय कर देते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि सांप कई बार नेवले के बच्चों को निगल जाता है, जिससे ये दुश्मनी और गहरी हो जाती है।

सांप भी क्यों मानता है नेवले को दुश्मन?

नेवला सांप के बच्चों का शिकार करता है, जिससे सांप भी हमेशा सतर्क रहता है। सांप अपने बच्चों की रक्षा के लिए नेवले से दूर रहने की कोशिश करता है, लेकिन नेवला अपनी संतानों और इलाके के लिए हमेशा लड़ने को तैयार रहता है।

जंगल के संतुलन का हिस्सा है ये जंग

नेवला और सांप का मुकाबला जंगल की उस सच्चाई को दिखाता है, जहां किसी का स्थायी दबदबा नहीं होता। तेज फुर्ती वाला नेवला और जहरीला, चालाक सांप – दोनों अपनी-अपनी ताकत से एक-दूसरे को मात देने की कोशिश करते हैं। यही प्रकृति का नियम है, जिससे जंगल में संतुलन बना रहता है।

गलतफहमी दूर करें

अक्सर लोग मानते हैं कि सांप का जहर नेवले को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता, लेकिन ये पूरी तरह सच नहीं है। जहर का असर तो होता है, बस फर्क इतना है कि नेवले के शरीर में इसे सहने की क्षमता ज़्यादा होती है। इसलिए वो घायल होने के बाद भी जल्दी लड़ाई में लौट आता है।

सिर्फ दुश्मनी नहीं

सांप और नेवले का ये संघर्ष केवल लड़ाई नहीं बल्कि प्रकृति का वो तरीका है, जिससे शिकारी और शिकार के बीच संतुलन बना रहे। ये जंग दिखाती है कि जंगल में हर जीव को अपनी रक्षा खुद करनी पड़ती है और कोई भी पूरी तरह अजेय नहीं है।

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