Calendar: क्या कभी अपने आईफोन के कैलेंडर में 1582 का साल चेक किया है? अगर नहीं, तो करके देखिए। साल 1582 के अक्टूबर के महीने में आपको एक अजीब चीज दिखेगी। कैलेंडर 4 अक्टूबर से सीधे 15 अक्टूबर पर चला जाता है। बीच के 10 दिन गायब है। क्या किसी मिस्टेक से ये दिन हट गए या फिर ये कोई सीक्रेट कोड है? नहीं, ये दिन सच में कभी थे ही नहीं। आइए आपको बताते हैं इसके पीछे क्या है असली वजह।
जब पोप ने कैलेंडर में 'कट-पेस्ट' कर दिए दिन
यह कोई हॉलीवुड साइंस-फिक्शन फिल्म की कहानी नहीं है, बल्कि इतिहास का एक मजेदार किस्सा है। साल 1582 में लोगों ने 4 अक्टूबर की रात को सोने के लिए गए और जब सुबह उठे, तो उनकी दुनिया सीधे 15 अक्टूबर पर पहुंच गई थी। इसका सारा क्रेडिट जाता है पोप ग्रेगरी XIII को। उस समय दुनिया जूलियन कैलेंडर का इस्तेमाल करती थी, लेकिन उसमें एक छोटी सी गड़बड़ी थी। दरअसल लीप ईयर की गिनती में एक मामूली सी गलती के कारण सदियों से समय और सूर्य की स्थिति में 10 दिनों का फर्क आ गया था। इस गड़बड़ी की वजह से ईसाई धर्म का सबसे बड़ा त्योहार, ईस्टर, सही समय पर नहीं आ रहा था।
कैलेंडर से गायब हुए 10 दिन, क्या हुआ उनका असर?
पोप ग्रेगरी XIII ने इस समस्या को हल करने के लिए ग्रेगोरियन कैलेंडर पेश किया। इस नए और बेहतर कैलेंडर को सही करने के लिए, उन्हें वो 10 दिन 'गायब' करने पड़े जो गलत कैलकुलेशन की वजह से जमा हो गए थे। अक्टूबर का महीना इसलिए चुना गया क्योंकि इसमें कोई बड़ा धार्मिक त्यौहार नहीं था। और 4 अक्टूबर को सेंट फ्रांसिस ऑफ असिसी के पर्व के बाद दुनिया ने सीधे 15 अक्टूबर को छलांग लगा दी।
मजेदार बात यह है कि सभी देशों ने एक साथ इस कैलेंडर को नहीं अपनाया। जैसे- अलास्का ने 1867 में इसे अपनाया था। उस समय अलास्का रूस का हिस्सा था जो जूलियन कैलेंडर का उपयोग कर रहा था। जब अमेरिका ने अलास्का को खरीदा, तो उसे नए कैलेंडर से तालमेल बिठाने के लिए कई दिन आगे कूदना पड़ा।