Credit Cards

'भारत की गोद में बैठा है तालिबान', पाक रक्षा मंत्री ख्वाजा ने सभी अफगानों को घर लौटने का किया ऐलान, काबुल को बताया 'भारत का एजेंट'

Pakistan-Afghanistan Clash: आसिफ ने तालिबान सरकार पर 'भारत के एजेंट' के रूप में काम करने और नई दिल्ली तथा प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के साथ मिलकर पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया

अपडेटेड Oct 18, 2025 पर 11:32 AM
Story continues below Advertisement
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 'काबुल के शासक, जो अब भारत की गोद में बैठकर पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रच रहे हैं, कभी हमारी सुरक्षा में, हमारी जमीन पर छिपे हुए थे'

Khawaja Asif: अफगानिस्तान के साथ जारी सीमा संघर्ष के बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने शुक्रवार को काबुल पर जबरदस्त हमला बोला है। ख्वाजा ने कहा है कि पाकिस्तान में रह रहे सभी अफगानों को अपने वतन वापस लौट जाना चाहिए, क्योंकि वहां 'उनकी अपनी सरकार है।' उन्होंने यह भी ऐलान किया कि अफगानिस्तान के साथ पुराने संबंधों का दौर अब समाप्त हो चुका है। इसके साथ ही आसिफ ने तालिबान सरकार पर 'भारत के एजेंट' के रूप में काम करने और नई दिल्ली तथा प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के साथ मिलकर पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया।

पाक धरती पर अफगानों को वापस भेजने की चेतावनी

ख्वाजा आसिफ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि राष्ट्र की भूमि और संसाधन केवल 250 मिलियन पाकिस्तानियों के हैं, न कि अफगानों के। आसिफ ने कहा, 'पाकिस्तानी धरती पर रह रहे सभी अफगानों को अपने वतन वापस जाना होगा। अब काबुल में उनकी अपनी सरकार, उनका अपना खलीफा है।' उन्होंने जोर देकर कहा, 'हमारी जमीन और संसाधन 250 मिलियन पाकिस्तानियों के हैं।'


आसिफ की यह टिप्पणी 48 घंटे का युद्धविराम समाप्त होने के ठीक बाद आई है। हालांकि, दोहा में बातचीत की उम्मीद के साथ संघर्ष विराम को आगे बढ़ाने की खबरें थीं, लेकिन तालिबान ने पाकिस्तान पर हवाई हमले करने का आरोप लगाते हुए युद्धविराम तोड़ने का दावा किया है।

'तालिबान है भारत का एजेंट'

पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने अफगान तालिबान सरकार पर एक सनसनीखेज आरोप भी लगाया। आसिफ ने तालिबान सरकार पर 'भारत के एजेंट' के रूप में काम करने और नई दिल्ली तथा प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के साथ मिलकर पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 'काबुल के शासक, जो अब भारत की गोद में बैठकर पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रच रहे हैं, कभी हमारी सुरक्षा में, हमारी जमीन पर छिपे हुए थे।'

उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने 'वर्षों तक धैर्य' दिखाया, लेकिन काबुल से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। उन्होंने याद दिलाया कि इस्लामाबाद ने सीमा पार आतंकवादी घटनाओं पर 836 विरोध पत्र और 13 डेमार्श (डिप्लोमैटिक विरोध) भेजे थे।

यह भी पढ़ें- सीजफायर के बीच पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में की बमबारी, 3 क्रिकेटरों सहित 8 लोगों की मौत

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।