अमेरिकी बाजारों के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद एशियाई शेयरों में भी तेजी देखने को मिली है। अमेरिका में टेस्ला इंक और अल्फाबेट इंक के परिणाम आने के पहले तेजी आई है। इसका असर एशियाई बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है। टोक्यो के शेयर बाजार में 1 फीसदी की बढ़त देखने को मिल रही है। सोमवार छुट्टी के बाद आज फिर से ट्रेडिंग शुरू हुई है। सत्तारूढ़ गठबंधन ने ऊपरी सदन के चुनाव में अपना बहुमत खो दिया है। इसके बावजूद जापानी प्रधानमंत्री इशिबा ने कहा है कि वे नेता के रूप में काम करते रहेंगे। इससे बाजार को बल मिला है। एसएंडपी 500 इंडेक्स के पहली बार 6,300 से ऊपर बंद होने के बाद MSCI रीजनल स्टॉक इंडेक्स 0.3 फीसदी बढ़ा है।
दुनिया के बड़े-बड़े एसेट मैनेजर फिर से इक्विटी मार्केट की ओर रुख कर रहे हैं। अमेरिकी शेयर बाज़ार लगातार ट्रेड और भू-राजनीतिक तनावों को दरकिनार करते हुए नई ऊँचाइयों पर पहुंच रहे हैं। लोगों का मानना है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आर्थिक व्यवस्था को फिर से बिगाड़ने की धमकी तो दे रहे हैं, लेकिन वे अंत में इससे पीछे हट जाएंगे। बाजार की नजर अब टैरिफ से जुड़ें जोखिमों और कंपनियों के नतीजों पर है। मिलर ताबाक के चीफ मार्केट स्ट्रेटेजिस्ट मैट मैले ने कहा, "इस हफ़्ते नतीजों का मौसम पूरे ज़ोरों पर होगा। बाजार की नजर कंपनियों के गाइडेंस पर होगी।"
एशियाई बाजारों की चाल पर नजर डालें तो गिफ्ट निफ्टी 91.50 अंक यानी 0.36 फीसदी की बढ़त के साथ 25,185 के आसपास कारोबार कर रहा है। वहीं, जापान की निक्केई 101.30 अंक यानी 0.25 फीसदी की तेजी लेकर 39,925.74 के आसपास नजर आ रहा है। स्ट्रेट टाइम्स 6.96 अंक यानी 0.17 फीसदी की कमजोरी के साथ 4,200.88 के स्तर पर नजर आ रहा है। वहीं, हैंगसेंग 119.83 अंक यानी 0.48 फीसदी की बढ़त लेकर 25,097.12 पर नजर आ रहा है।
ताइवान का बाजार भी 44.61 अंक यानी 0.19 फीसदी की बढ़त के साथ 23,384.72 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। हालांकि, कोस्पी में 0.38 फीसदी की कमजोरी दिख रही है। वहीं, शांघाई कंपोजिट 4.68 अंक यानी 0.13 फीसदी की तेजी लेकर 3,563.95 के आसपास कारोबार कर रहा है।