Bangladesh: सेना से टकराव, अपनों से भी मनमुटाव! क्यों इस्तीफा देना चाहते मुहम्मद यूनुस, क्या बांग्लादेश में फिर मचेगा उथल-पुथल?

अब सभी के मन में एक सवाल है क्या बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार डॉ. मुहम्मद यूनुस इस्तीफ़ा देने वाले हैं और अगर तो ऐसा क्यों हो रहा है और क्या फिर से देश में राजनीतिक घमासन देखने को मिलेगा? यह सवाल हर कोई पूछ रहा है क्योंकि अटकलें लगाई जा रही हैं कि नोबेल पुरस्कार विजेता के लिए काम करना मुश्किल होता जा रहा है

अपडेटेड May 23, 2025 पर 2:57 PM
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Bangladesh: सेना से टकराव, अपनों से भी मनमुटाव! क्यों इस्तीफा देना चाहते मुहम्मद यूनुस, क्या बांग्लादेश में फिर मचेगा उथल-पुथल?

बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस इस्तीफ दे सकते हैं, क्योंकि बांग्लादेश में राजनीतिक दलों का समर्थन नहीं मिल रहा है, ऐसा कहना है नेशनल सिटिजन पार्टी की नेता नाहिद इस्लाम का। BBC बांग्ला से बात करते हुए इस्लाम ने कहा, "हम आज सुबह से ही सर (यूनुस) के इस्तीफे की खबरें सुन रहे हैं। इसलिए मैं उस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए सर से मिलने गया था... उन्होंने कहा कि वे इस बारे में सोच रहे हैं। उन्हें लगता है कि स्थिति ऐसी है कि वे काम नहीं कर सकते।"

न्यूज एजेंसी AFP ने एक सूत्र के हवाले से बताया कि यूनुस ने अपने मंत्रिमंडल से कहा कि अगर राजनीतिक दल उन्हें अपना पूरा समर्थन नहीं देते हैं, तो वे पद छोड़ देंगे। पद छोड़ने की उनकी धमकी, ऐसे समय आई जब एक दिन पहले ही शक्तिशाली बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के हजारों समर्थकों ने ढाका में रैली निकाली, जिसमें पहली बार अंतरिम सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया।

अब सभी के मन में एक सवाल है क्या बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार डॉ. मुहम्मद यूनुस इस्तीफ़ा देने वाले हैं और अगर तो ऐसा क्यों हो रहा है और क्या फिर से देश में राजनीतिक घमासन देखने को मिलेगा? यह सवाल हर कोई पूछ रहा है क्योंकि अटकलें लगाई जा रही हैं कि नोबेल पुरस्कार विजेता के लिए काम करना मुश्किल होता जा रहा है, क्योंकि राजनीतिक दल एक आम सहमति पर नहीं पहुंच पा रहे हैं।


न्यूज रिपोर्ट् में कहा गया है कि गुरुवार शाम को नेशनल सिटिजन पार्टी (NCP) के संयोजक नाहिद इस्लाम, सलाहकार महफूज आलम और आसिफ महमूद शोजिब भुइयां, सभी युनुस से मिलने और उन्हें शांत करने के लिए उनके आधिकारिक निवास जमुना पहुंचे।

लेकिन यूनुस की कथित हताशा का कारण क्या है? क्या वह इस्तीफा देंगे? बांग्लादेश के भविष्य के लिए इसका क्या मतलब है? चलिए गहराई से इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं।

यूनुस ने इस्तीफा देने की धमकी दी

गुरुवार (22 मई) को, प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) ने कथित तौर पर बहुत गुस्सा दिखाया और बहुत ही नाटकीय अंदाज में घोषणा की कि वह अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के पद से इस्तीफा दे देंगे। यूनुस को पिछले अगस्त में बांग्लादेश के असल प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था, जब बड़े पैमाने पर छात्र विरोध प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से हटा दिया गया था।

AFP ने बताया कि उनके कार्यालय के एक सूत्र ने बताया कि 84 साल के नोबेल पुरस्कार विजेता ने गुरुवार को अपने मंत्रिमंडल से कहा कि अगर राजनीतिक दल उन्हें अपना पूरा समर्थन नहीं देते हैं, तो वह पद छोड़ना चाहते हैं। न्यूज एजेंसी को सूत्र ने बताया, "वह अपना इस्तीफा देना चाहते थे, लेकिन उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों ने उन्हें ऐसा न करने के लिए राजी कर लिया।"

बांग्लादेशी अखबार _Prothom Al_o ने खबर दी कि यूनुस ने अपने सलाहकारों के साथ बैठक में कहा कि “अगर वह ठीक से काम नहीं कर सकते तो मुख्य सलाहकार होने का क्या मतलब है?”

इसके बाद, नेशनल सिटिजन्स पार्टी (NCP) के संयोजक नाहिद इस्लाम, जो हाल तक यूनुस के मंत्रिमंडल का हिस्सा थे, उन्होंने शाम को उनके आधिकारिक आवास पर उनसे मुलाकात की।

नाहिद ने कथित तौर पर यूनुस से आग्रह किया कि वे जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। नाहिद ने बीबीसी बांग्ला से कहा, "उन्हें मजबूत बने रहना चाहिए। उन्हें सभी दलों के बीच एकता सुनिश्चित करनी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि सभी लोग उनका सहयोग करेंगे।"

ढाका ट्रिब्यून को एक सूत्र ने बताया, "मुख्य सलाहकार हाल ही में अलग-अलग मुद्दों पर लगातार हो रहे आंदोलन के कारण कुछ हद तक शर्मिंदा महसूस कर रहे हैं। अगर वह स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर सकते, तो वह पद पर बने रहना नहीं चाहते। बैठक के दौरान इस स्थिति पर चर्चा की गई।"

यूनुस के इस्तीफे की धमकी के पीछे कारण

यूनुस की इस्तीफे की धमकी दक्षिण एशियाई देश में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच आई है, जिसकी आबादी करीब 17 करोड़ है। पिछले हफ्ते बांग्लादेश के अंतरिम नेता को संकट का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि प्रतिद्वंद्वी पार्टियां यूनुस और उनके देश चलाने के तरीकों पर अपना विरोध बढ़ा रही हैं।

यूनुस के खिलाफ की गई सबसे बड़ी आलोचनाओं में से एक देश में चुनावों की घोषणा है। यूनुस ने वादा किया है कि जून 2026 तक चुनाव करा लिए जाएंगे, लेकिन बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के समर्थकों की मांग है कि वे एक तारीख तय करें।

सीनियर BNP नेता खांडाकर मुशर्रफ हुसैन ने गुरुवार को मीडिया से कहा, "अगर सरकार जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने में विफल रहती है, तो बीएनपी के लिए उसे समर्थन देते रहना मुश्किल होगा।" उन्होंने कहा, "चुनाव के लिए स्पष्ट रोडमैप की घोषणा करने को सबसे पहली प्राथमिकता दी जानी चाहिए।"

दरअसल, BNP अपनी पार्टी के उम्मीदवार को मेयर पद की शपथ दिलाने की मांग को लेकर ढाका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रही है। बीएनपी का आरोप है कि अंतरिम सरकार ने चुनाव आयोग के उस फैसले को रोक दिया है, जिसमें उसके उम्मीदवार इशराक हुसैन को विवादित 2020 मेयर चुनाव का असली विजेता घोषित किया गया था। उस समय आरोप लगाया गया था कि चुनावों में शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग ने धांधली की थी।

सेना से भी यूनुस का टकराव

लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती। देश की सेना के साथ भी यूनुस के कामकाजी रिश्ते खराब होते जा रहे हैं। मुख्य सलाहकार और बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान आगामी चुनावों को लेकर झगड़ रहे हैं।

जनरल जमान ने यूनुस सरकार से दिसंबर के आखिर तक चुनाव कराने की मांग की है। जनरल को डर है कि यूनुस उन्हें हटाने की साजिश रच रहे हैं।

म्यांमार के रखाइन प्रांत में रसद और खाने-पीने के सामान की सप्लाई के लिए ‘मानवीय गलियारे’ का मुद्दा भी है। यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार इस योजना का समर्थन करती है, जबकि सेना प्रमुख इसका विरोध करते हैं, जिससे दोनों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो जाती है।

यूनुस और जनरल जमान के बीच एक और विवाद का मुद्दा पूर्व राजनयिक खलीलुर रहमान को बांग्लादेश का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) बनाया जाना है। ऐसा माना जाता है कि यह पद यूनुस ने सुरक्षा मामलों पर सेना के कंट्रोल को बैलेंस करने के लिए बनाया था।

इसके अलावा, ऐसा लगता है कि यूनुस अपने नागरिक प्रशासन पर पकड़ खो रहे हैं। गुरुवार (23 मई) को, रिपोर्टें सामने आईं कि यूनुस ने अपने विदेश सचिव महोम्मद जशीम उद्दीन को इसलिए दिया, क्योंकि वह उनके साथ 'तालमेल' नहीं बैठा पा रहे थे।

खतरे में है बांग्लादेश का भविष्य?

कई बांग्लादेशी एक्सपर्ट को डर है कि यूनुस की इस्तीफे की धमकी असल में सेना प्रमुख के खिलाफ पूरा आंदोलन शुरू करने की एक चाल है। इतना ही नहीं कई सोशल मीडिया पोस्ट में दिखाया गया है कि कार्यकर्ता किसी बढ़े प्रदर्शन की तैयारी में लग रहे हैं।

अगर ऐसा होता है, तो दक्षिण एशियाई देश के लिए अच्छा संकेत नहीं है, जो पिछले साल अगस्त से ही उथल-पुथल का सामना कर रहा है। देश की अर्थव्यवस्था मंदी में है, क्योंकि वर्ल्ड बैंक ने अपने आर्थिक विकास के पूर्वानुमान को घटा दिया है, चेतावनी दी है कि देश में पिछले 36 सालों में सबसे धीमी ग्रोथ देखने को मिल सकता है।

भारत के साथ बांग्लादेश के अलगाव के कारण यह संकट और भी बढ़ गया है, जिसके चलते द्विपक्षीय व्यापार अवसरों से लेकर संकट के समय आर्थिक मदद जैसे कई लाभ खत्म हो गए हैं।

फिलहाल, यह देखने वाली बात है कि क्या यूनुस की ये सिर्फ एक धमकी है या असल में वह पद छोड़ देंगे।

Muhammad Yunus News: क्या मोहम्मद यूनुस इस्तीफा देंगे? बांग्लादेश के सेना प्रमुख से मतभेद की खबर, राजनीतिक दलों में भी नहीं बन पा रही सहमति

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