Bangladesh Election 2026: पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली बांग्लादेश अवामी लीग ने एक बयान जारी कर अगले साल होने वाले चुनाव शेड्यूल को खारिज कर दिया है। पार्टी ने गैर-कानूनी सरकार का 'गैर-कानूनी इलेक्शन कमीशन' करार दिया है। अवामी लीग ने कहा कि उस पर चुनाव लड़ने पर बैन लगा दिया गया है। पड़ोसी देश बांग्लादेश में 12 फरवरी 2026 को आम चुनाव कराए जाएंगे। अगस्त 2024 में छात्रों के हिंसक प्रदर्शन में शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के सत्ता से बेदखल होने के बाद यह पहले चुनाव होंगे। अवामी लीग की नेता 78 वर्षीय हसीना फिलहाल भारत में रह रही हैं।
नेशनल चुनावों से पहले अधिकारियों को चुनौती देते हुए हसीना की पार्टी ने ढाका में 23 बंगबंधु एवेन्यू में अपने हेडक्वार्टर से जारी एक ऑफिशियल घोषणा में कहा, "उसने गैर-कानूनी, कब्जा करने वाले, हत्यारे-फासीवादी यूनुस गुट के गैर-कानूनी इलेक्शन कमीशन द्वारा घोषित चुनाव शेड्यूल की बारीकी से समीक्षा की है।" पार्टी ने यह भी कहा कि मौजूदा सरकार पूरी तरह से पक्षपाती है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई माहौल पक्का करने में नाकाम है जहां ट्रांसपेरेंसी या वोटर्स की मर्ज़ी दिखाई दे सके।
बयान में कहा गया है, "बांग्लादेश अवामी लीग ने गैर-कानूनी, कब्जा करने वाले, हत्यारे-फासीवादी यूनुस गुट के गैर-कानूनी इलेक्शन कमीशन द्वारा घोषित चुनाव शेड्यूल की बारीकी से समीक्षा की है।" इसमें आगे कहा गया, "अब यह साफ है कि अभी की कब्जा करने वाली अथॉरिटी पूरी तरह से एकतरफा है। उनके कंट्रोल में एक सही और नॉर्मल माहौल पक्का करना नामुमकिन है, जहां ट्रांसपेरेंसी, न्यूट्रैलिटी और लोगों की मर्जी दिखाई दे सके।"
पार्टी ने आरोप लगाया कि चुनाव शेड्यूल की घोषणा जानबूझकर उसे पॉलिटिकल प्रोसेस से बाहर करने के इरादे से की गई थी। बयान में चेतावनी दी गई, "बांग्लादेश अवामी लीग (वह पार्टी जिसने लिबरेशन वॉर को लीड किया था) को दूसरी पॉलिटिकल पार्टियों और ज्यादातर आबादी के साथ बाहर रखते हुए चुनाव कराने की कोशिश करना, देश और राष्ट्र को एक गहरे संकट में धकेलने की एक स्कीम है।"
अवामी लीग ने मांग की है कि उस पर लगी सभी पाबंदियां हटाई जाएं। अपने बयान के आखिर में पार्टी ने घोषित चुनाव शेड्यूल को साफ तौर पर खारिज कर दिया। लीग ने कहा कि कहा कि इसमें देश के ज्यादातर लोगों के रिप्रेजेंटेटिव शामिल नहीं हैं। मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय सहमति आयोग के सुधार प्रस्तावों पर जनता की राय जानने के लिए मतदान के दिन, 12 फरवरी को एक साथ जनमत संग्रह भी कराया जाएगा।
पिछले आम चुनाव जनवरी 2024 में हुए थे। हसीना ने विवादों और प्रमुख पार्टियों द्वारा बहिष्कार से घिरे इन चुनावों में जीत हासिल की थी। साल 2024 के चुनाव में हसीना की जीत के छह महीने बाद उनकी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गए थे। हिंसक प्रदर्शनों के कारण हसीना को 5 अगस्त, 2024 को भारत आना पड़ा था। इसके तीन दिन बाद यूनुस ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में पदभार संभाला था। अंतरिम सरकार ने हसीना की अवामी लीग को भंग कर दिया है।
गंभीर रूप से बीमार पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश राष्ट्रवादी पार्टी (BNP) मुख्य पार्टी बनकर सामने आई है। जबकि उसकी कभी सहयोगी रही जमात-ए-इस्लामी, अवामी लीग की गैर मौजूदगी में मुख्य प्रतिद्वंद्वी बन गई है। दोनों पार्टियों ने 300 सीट वाली संसद के चुनाव में अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है।
बीएनपी के महासचिव मिर्जा फलहरुल इस्लाम आलमगीर ने गुरुवार को कहा कि पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान लंदन में 17 साल के निर्वासन के बाद बहुत जल्द बांग्लादेश लौटेंगे। इस साल फरवरी में गठित ‘नेशनल सिटिजन पार्टी’ (एनसीपी), ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ (एसएडी) का एक राजनीतिक संगठन है, जिसने पिछले साल हिंसक आंदोलन का नेतृत्व किया था, जिसके परिणामस्वरूप हसीना को सत्ता से हटा दिया गया था।