जापान के केंद्रीय बैंक बैंक ऑफ जापान (बीओजे) के अधिकारियों का मानना है कि इंटरेस्ट रेट में वृद्धि की साइकिल खत्म होने से पहले इंटरेस्ट रेट 0.75 फीसदी को पार कर जाएगा। इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने यह जानकारी दी। इसका मतलब है कि अगले हफ्ते की वृद्धि के बाद भी इंटरेस्ट रेट में वृद्धि का सिलसिला जारी रह सकता है।
न्यूट्रल रेट को लेकर असमंजस
इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के मुताबिक, अधिकारियों का मानना है कि अगर इंटरेस्ट बढ़कर 0.75 फीसदी तक पहुंच जाता है तो बीओजी के रेट को न्यूट्रल रेट माना जाएगा। हालांकि, कुछ अधिकारियों का मानना है कि 1 फीसदी का रेट भी न्यूट्रल रेट से कम होगा। न्यूट्रल रेट वह लेवल है, जिस पर केंद्रीय बैंक की पॉलिसी न तो सख्त और न ही उदार मानी जाती है। यह आम तौर पर किसी रेट साइकिल का समापन होता है।
गवर्नर ने मार्केट की अटकलों को हवा दी थी
लोगों का यह भी कहना है कि अगर बीओजे की अधिकारी नए डेटा के ध्यान में रखकर रेट का अनुमान व्यक्त करते हैं तो भी उन्हें रेंज में बहुत ज्यादा कमी की उम्मीद नहीं दिखती। रेंज में कमी का मतलब है कि केंद्रीय बैंक न्यूट्रल रेट के करीब पहुंच रहा है। इस महीने की शुरुआत में गवर्नर काजुओ उएदा ने न्यूट्रल रेट को लेकर मार्केट की अटकलों को हवा दी थी। उन्होंने कहा था कि बीओजे तभी नया अनुमान जारी करेगा, जब वह रेंज में कमी करेगा।
सर्वे में रेट 0.75 फीसदी तक जाने की उम्मीद
ब्लूमबर्ग के सर्वे में हिस्सा लेने वाले सभी 50 लोगों ने अगले हफ्ते के शुक्रवार को बेंचमार्क रेट बढ़कर 0.75 फीसदी पहुंच जाने की उम्मीद जताई। उनमें से ज्यादातर का मानना था कि उनका फोकस इस बात पर है कि बीओजे नए न्यूट्रल रेट का ऐलान करता है या नहीं, क्योंकि आगे रेट बढ़ने को लेकर लोग अनुमान लगाना जारी रखेंगे।
19 दिसंबर के बाद भी रेट में हो सकती है वृद्धि
इस सर्वे में रेट वृद्धि साइकिल के लिए टर्मिनल रेट 1.25 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया। इसका मतलब है कि अगले हफ्ते के बाद भी रेट में दो बार वृद्धि हो सकती है। उसके बाद ही केंद्रीय बैंक रेट बढ़ाने का सिलसिला रोकेगा। बैंक के मुताबिक, अभी न्यूट्रल रेट के लिए नॉमिनल रेंज करीब 1 फीसदी और 2.5 फीसदी है।
केंद्रीय बैंक रेट में वृद्धि के असर को देखना चाहेगा
बीओजे के अधिकारियों को इस रेंज के ऊपरी और निचले प्वाइंट्स में गलती की आशंका लग रही है। इसलिए केंद्रीय बैंक आदर्श पॉलिसी रेट का लेवल तय करन से पहले हर बार रेट में की गई वृद्धि के असर को देखना चाहेगा। बैंक एक तरफ यह कहना जारी रख सकता है कि स्थितियां अभी भी नियंत्रण में हैं।