Cyclone Ditwah Updates: श्रीलंका में चक्रवाती तूफान 'डिटवा' के कारण आई विनाशकारी बाढ़ के बाद बचाव और राहत अभियानों में भारत के एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत को तैनात किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार (28 नवंबर) को श्रीलंका में एक शक्तिशाली तूफान आया, जिसमें कम से कम 56 लोगों की मौत हो गई। जबकि 21 अन्य लापता हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 12 घंटों में यह तूफान और भी विनाशकारी रूप ले सकता है।
पीएम मोदी ने शुक्रवार को कहा कि लंका के उन लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है जिन्होंने साइक्लोन डिटवा की वजह से अपने प्रियजनों को खो दिया है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि श्रीलंकाई पूर्वी त्रिंकोमाली क्षेत्र में आए चक्रवाती तूफान 'डिटवा' के कारण गंभीर मौसम के बीच जारी राहत कार्यों के लिए आईएनएस विक्रांत के विमानों के उपयोग हेतु औपचारिक अनुरोध किया गया था।
आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम से 12,313 परिवारों के 43,991 लोग प्रभावित हुए हैं। सिंचाई विभाग ने कोलंबो के निचले उत्तरी हिस्सों में केलानी नदी के पास रहने वाले निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी देते हुए कहा कि इस क्षेत्र को श्रीलंका के इतिहास में सबसे खराब बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने आगे कहा, "अपने सबसे करीबी समुद्री पड़ोसी के साथ एकजुटता दिखाते हुए भारत ने 'ऑपरेशन सागर बंधु' के तहत तुरंत राहत सामग्री और जरूरी HADR सपोर्ट भेजा है। जैसे-जैसे हालात बदलेंगे हम और मदद देने के लिए तैयार हैं। भारत की नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी और विजन MAHASAGAR के हिसाब से भारत जरूरत के समय में श्रीलंका के साथ मजबूती से खड़ा है।"
चक्रवाती तूफान के 29 नवंबर की शाम से 30 नवंबर की सुबह तक दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और समीपवर्ती दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ने की आशंका है। चक्रवात के प्रभाव के कारण शनिवार 29 नवंबर से तीन दिनों तक दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में भारी बारिश होने की आशंका है।
चित्तूर, तिरुपति, नेल्लोर, प्रकाशम, वाईएसआर कडपा, अन्नामय्या और श्री सत्य साई जिलों में 29 नवंबर से दो दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले कुछ दिनों में खराब मौसम की आशंका के चलते मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।