Cyclone Ditwah: भारत की तरफ तेजी से बढ़ रहा चक्रवाती तूफान 'डिटवा', तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र के इन जिलों में रेड अलर्ट जारी
Cyclone Ditwah update: लेटेस्ट अपडेट में मौसम विभाग ने शुक्रवार को बताया कि चक्रवाती तूफान 'डिटवा' पुडुचेरी से लगभग 480 km दक्षिण-दक्षिणपूर्व और चेन्नई से 580 km दक्षिण-दक्षिणपूर्व में स्थित है। IMD ने कहा कि श्रीलंका तट पर अति निम्न दबाव का क्षेत्र चक्रवात 'डिटवा' में तब्दील हो गया है। तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के कई जिलों में मूसलाधार बारिश होने की आशंका जताई गई है
Cyclone Ditwah: चक्रवात 'डिटवा' से तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के आसार हैं
Cyclone Ditwah: इंडिया मेटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने शुक्रवार (28 नवंबर) को कहा कि चक्रवाती तूफान 'डिटवा' उत्तरीतमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिणी आंध्र के तटों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मX पर अपने लेटेस्टअपडेट में मौसम एजेंसी ने कहा कि तूफान पुडुचेरी से लगभग 480 kmदक्षिण-दक्षिणपूर्व और चेन्नई से 580 kmदक्षिण-दक्षिणपूर्व में स्थित है। IMD ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे श्रीलंका तट पर अति निम्न दबाव का क्षेत्र चक्रवात 'डिटवा' में तब्दील हो गया है।
चक्रवात के 29 नवंबर की शाम से 30 नवंबर की सुबह तक दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और समीपवर्ती दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ने का अनुमान है। तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के कई जिलों में मूसलाधार बारिश होने की आशंका जताई गई है।
मौसम एजेंसी के मुताबिक, तूफान 'डिटवा' के श्रीलंका के तट और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से होते हुए उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की आशंका है। इसके 30 नवंबर की सुबह तक उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और उससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों के पास दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की आशंका है।
तमिलनाडु में भारी बारिश का अलर्ट
IMD ने दक्षिण तमिलनाडु और डेल्टा जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी है। डेल्टा और आसपास के जिलों में शुक्रवार को भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, जबकि शनिवार को उत्तरी तमिलनाडु के जिलों में भारी बारिश की उम्मीद है। मौसम का सिस्टम तट के साथ ऊपर की ओर बढ़ रहा है। दक्षिणी जिलों में कई दिनों तक लगातार बारिश के बाद, बुधवार को बारिश की गतिविधियां काफी कम हो गईं। गुरुवार को सुबह 8.30 बजे खत्म हुए 24 घंटों के दौरान, केवल कुछ जगहों पर हल्की बारिश का पूर्वानुमान था।
रामनाथपुरम जिले के थंगाचिमदम में सबसे ज्यादा बारिश हुई। जबकि तिरुनेलवेली के ऊथु में (जहां इस हफ्ते की शुरुआत में बड़े पैमाने पर बाढ़ आई थी) 1 सीएम बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश के बढ़ने की उम्मीद को देखते हुए आरएमसी ने चेन्नई, कुड्डालोर, एन्नोर, थूथुकुडी, नागपट्टिनम और कराईकल जैसे खास बंदरगाहों पर तूफान की चेतावनी के सिग्नल लगाने की सलाह दी है।
नाविकों को अगले अपडेट तक दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और आस-पास के इलाकों में जाने से सावधान किया गया है। ताजा अपडेट के मुताबिक, समुद्र के ऊपर डीपडिप्रेशन के बने रहने की वजह से कन्याकुमारी, थूथुकुडी और तिरुनेलवेली जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।
4 जिलों में रेडअलर्ट
PTI के मुताबिक, IMD ने तंजावुर, तिरुवरुर, नागपट्टिनम और मयिलादुथुराई समेत कावेरी डेल्टा के कुछ जिलों में 30 नवंबर तक रेडअलर्ट जारी किया है। चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, रानीपेट और चेंगलपट्टू जैसे पांच जिलों में ऑरेंजअलर्ट भी जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने आगे कहा, "केरल, लक्षद्वीप और मालदीव से सटे अरब सागर के कुछ हिस्सों में भी 35-45 kmphकी रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका है। इनकी रफ्तार 55 kmphतक हो सकती है।" IMD ने मछुआरों को अगले पांच दिनों तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण, मध्य, दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व में जाने से पूरी तरह बचने की सलाह दी है।
आंध्र में भी मूसलाधार बारिश के आसार
दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा जिलों में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की आशंका है। IMD के अनुसार, चक्रवाती तूफान 'डिटवा' जोर पकड़ रहा है। आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
चक्रवात के प्रभाव के कारण शनिवार से तीन दिनों तक दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश (एससीएपी) और रायलसीमा में भारी वर्षा होने की संभावना है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि चित्तूर, तिरुपति, नेल्लोर, प्रकाशम, वाईएसआरकडपा, अन्नामय्या और श्री सत्य साई जिलों में 29 नवंबर से दो दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है।
अगले कुछ दिनों में खराब मौसम की आशंका के चलते मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। दक्षिणी राज्य के कई मंडलों में तेज हवाओं और भारी बारिश की आशंका को देखते हुए किसानों को आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
जिला प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है। चक्रवात के लगातार तेज होने के कारण उसे सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। IMD ने कहा कि जैसे-जैसे चक्रवात तट के करीब पहुंचेगा, उसके और तेज होने की आशंका है। बारिश एवं हवा का प्रभाव काफी बढ़ सकता है।