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क्या डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग की मीटिंग सच में हो गई कैंसिल! अमेरिकी राष्ट्रपति ने किया क्लियर

ट्रंप और जिनपिंग के बीच मीटिंग दक्षिण कोरिया में 3 सप्ताह बाद होने वाली है। इससे पहले अमेरिका, चीन के सामान पर 30 प्रतिशत टैरिफ लगा चुका है। अतिरिक्त 100 प्रतिशत टैरिफ से चीनी आयातों पर टैरिफ की कुल दर 130 प्रतिशत हो जाएगी

अपडेटेड Oct 11, 2025 पर 12:19 PM
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ट्रंप ने पहले ट्रुथ सोशल पर कहा था कि अब चीनी राष्ट्रपति के साथ मिलने का कोई कारण नहीं दिखता है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मीटिंग आधिकारिक तौर पर रद्द नहीं हुई है। यह बात खुद ट्रंप ने क्लियर की है। अमेरिकी प्रशासन ने चीन के सामानों पर 1 नवंबर 2025 से 100 प्रतिशत का एडिशनल टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। नया फैसला चीन की उस घोषणा के बाद आया है, जिसमें कहा गया कि वह 1 नवंबर से रेयर अर्थ मिनरल्स पर बड़े पैमाने पर निर्यात प्रतिबंध लगाएगा। रेयर अर्थ मिनरल्स, टे​क्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग के लिए बेहद अहम एलिमेंट हैं।

ट्रंप और जिनपिंग के बीच मीटिंग दक्षिण कोरिया में 3 सप्ताह बाद होने वाली है। ट्रंप ने पहले ट्रुथ सोशल पर कहा था कि अब चीनी राष्ट्रपति के साथ मिलने का कोई कारण नहीं दिखता है। लेकिन फिर उन्होंने अपनी इस बात को क्लियर किया। व्हाइट हाउस में शुक्रवार को ट्रंप ने कहा, "नहीं, मैंने मीटिंग रद्द नहीं की है। हालांकि, मुझे यकीन नहीं है कि हम यह मीटिंग करेंगे या नहीं। मैं वहां जरूर जाऊंगा। मुझे लगता है कि हम यह मीटिंग कर सकते हैं।"

ट्रंप ने रेयर अर्थ एलिमेंट्स पर निर्यात प्रतिबंधों को कड़ा करने के चीन के अचानक उठाए गए कदम पर हैरानी जताते हुए कहा, "उन्होंने दुनिया को चौंका दिया। यह शॉकिंग था। अचानक वे इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का यह पूरा कॉन्सेप्ट लेकर आए, और किसी को इसके बारे में कुछ पता ही नहीं चला।"


'इंटरनेशनल ट्रेड में ऐसा बिल्कुल नहीं सुना गया..'

ट्रंप ने चीन पर नए टैरिफ को लेकर ट्रुथ सोशल पर पोस्ट में लिखा, 'अभी-अभी पता चला है कि चीन ने ट्रेड के मामले में बेहद आक्रामक रुख अपनाते हुए दुनिया को एक बेहद आक्रामक लेटर भेजा है। लेटर में कहा गया है कि वह 1 नवंबर 2025 से अपने लगभग हर प्रोडक्ट पर बड़े पैमाने पर निर्यात नियंत्रण लागू करेगा। यहां तक कि कुछ ऐसे प्रोडक्ट्स पर भी, जो चीन द्वारा नहीं बनाए गए हैं। यह बिना किसी अपवाद के सभी देशों को प्रभावित करेगा, और जाहिर तौर पर यह प्लान उन्होंने सालों पहले ही बना लिया था। इंटरनेशनल ट्रेड में ऐसा बिल्कुल नहीं सुना गया है, यह अन्य देशों का नैतिक अपमान है।'

ट्रंप ने पोस्ट में आगे लिखा है कि चीन के इस रवैये को देखते हुए 1 नवंबर, 2025 से या उससे पहले, चीन की ओर से की गई किसी भी आगे की कार्रवाई या बदलाव के आधार पर, संयुक्त राज्य अमेरिका चीन पर 100% टैरिफ लगाएगा। यह वर्तमान में उनके द्वारा चुकाए जा रहे किसी भी टैरिफ के अलावा होगा। इसके अलावा 1 नवंबर से अमेरिका सभी महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर पर निर्यात नियंत्रण लगाएगा।

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अगर चीन ने दी ढील तो क्या अमेरिका हटा लेगा एडिशनल टैरिफ?

ट्रंप से जब पूछा गया कि अगर चीन अपने निर्यात प्रतिबंधों में ढील दे दे तो क्या अमेरिका एडिशनल टैरिफ हटा लेगा। इस पर ट्रंप ने जवाब दिया, "हमें देखना होगा कि क्या होता है। इसलिए मैंने इन्हें लागू करने की तारीख 1 नवंबर रखी है।" ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि विचाराधीन निर्यात प्रतिबंध सॉफ्टवेयर से आगे बढ़कर, हो सकता है कि एयरक्राफ्ट और उनके पुर्जों जैसी चीजों को भी कवर करेंगे। ट्रंप का कहना है कि चीन ने अपने नए कदम से हमें निशाना नहीं बनाया, उन्होंने पूरी दुनिया को निशाना बनाया।

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