अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तेवर नरम पड़ते दिखाई दे रहे हैं। ट्रंप ने शुक्रवार को एक एग्जिक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किया, जिसमें अमेरिका के साथ ट्रेड डील करने वाले देशों को करीब 45 कैटेगरी में टैरिफ छूट देने का ऐलान किया गया है। इनमें इंडस्ट्रियल एक्सपोर्ट्स से लेकर जेनरिक दवाएं और केमिकल्स तक शामिल हैं। यह छूट सोमवार सुबह 12:01 बजे (EDT) से लागू हो जाएगी।
ट्रंप ने अपने कार्यकाल के पहले सात महीनों में कई देशों पर भारी टैरिफ लगाया था। ट्रंप का कहना है कि इससे मौजूदा ग्लोबल ट्रेड सिस्टम में बदलाव आएगा, अमेरिका का व्यापार घाटा कम होगा और साझेदार देशों में अमेरिकी उत्पादों के लिए अधिक दरवाजें खुलेंगे।
लेकिन अब उनका नया आदेश उन देशों को 45 से अधिक कैटेगरी में जीरो इंपोर्ट टैरिफ की छूट देता है, जिन्होंने अमेरिका के साथ "रेसिप्रोकल" टैरिफ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
ट्रंप के एक एग्जिक्यूटिव ऑर्डर ऑर्डर के मुताबिक, यह छूट उन वस्तुओं पर मिलेगी जिन्हें अमेरिका में उगाया नहीं जा सकता, माइनिंग नहीं की जा सकती या पर्याप्त मात्रा में उत्पादित नहीं किया जा सकता। इसमें ग्रेफाइट, निकल (स्टेनलेस स्टील और इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी के लिए अहम), नेओडिमियम मैग्नेट्स, LED, जेनरिक दवाओं में इस्तेमाल होने वाले कंपाउंड जैसे लिडोकैन और डायग्नोस्टिक टेस्ट में प्रयोग होने वाले रिएजेंट्स शामिल हैं।
इसके अलावा गोल्ड भी इस सूची में है। बता दें है कि स्विट्जरलैंड अमेरिका को सोने का सबसे बड़ा निर्यातक है और फिलहाल 39% टैरिफ का सामना कर रहा है।
एक वरिष्ठ व्हाइट हाउस अधिकारी ने बताया कि नया आदेश एग्रीकल्चर उत्पादों, विमानों और उनके पुर्जों और कुछ नॉन-पेटेंटेड फार्मा आर्टिकल्स के लिए भी छूट का रास्ता खोलता है। जिन देशों ने अमेरिका के साथ पारस्परिक व्यापार समझौता किया है, उनके लिए USTR, कॉमर्स डिपार्टमेंट और कस्टम्स अब बिना नए आदेश के ही टैरिफ हटा सकेंगे।
ट्रंप का यह कदम जापान और यूरोपीय संघ जैसे सहयोगी देशों के साथ पहले से हुए समझौतों के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि टैरिफ छूट का फैसला इस बात पर निर्भर करेगा कि कोई देश अमेरिका के साथ कितनी बड़ी और फायदेमंद डील करता है।
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