Imran Khan Dead News: भारत समेत दुनियाभर में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मौत की खबरें छाई हुई हैं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख इमरान खान की जेल में मौत होने को लेकर उड़ रही अफवाहों के बीच उनकी बहन अलीमा खान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि वह सुरक्षित हैं। फिलहाल, उन्हें कोई खतरा नहीं है। CNN-News18 से बात करते हुए उन्होंने उनकी सुरक्षा को लेकर डर को खारिज कर दिया। कस्टडी में इमरान खान की मौत की अटकलों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, "मेरे भाई की जान को कोई खतरा नहीं है। कोई मेरे भाई को छूने की हिम्मत नहीं कर सकता।"
उन्होंने कहा, "हमें फुटपाथ पर बैठकर प्रोटेस्ट करने का हक है। लेकिन उन्होंने हम पर हमला किया। उन्होंने मेरी 71 साल की बहन को घसीटा और वह बेहोश हो गईं। जवान औरतों को पीटा गया। हमें जेल से एक किलोमीटर दूर छोड़ दिया गया, लेकिन हम वापस आ गईं।" अलीमा खान ने कहा कि इमरान खान को कम से कम छह हफ्ते से आइसोलेट किया गया है। उन्होंने दावा किया कि अधिकारियों ने हर मंगलवार को मिलने की इजाजत देने वाले कोर्ट के आदेशों के बावजूद परिवार से मिलने में बार-बार रुकावट डाली है।
उन्होंने अधिकारियों पर न्यायिक निर्देशों की अवहेलना करने का आरोप लगाते हुए कहा, "वे हर चीज में कोर्ट की अवमानना कर रहे हैं।" अलीमा ने आगे आरोप लगाया कि न्याय व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। उन्होंने कहा, "अच्छे जज हैं, लेकिन उनकी आजादी छीन ली गई है।"
इस बीच, पाकिस्तान की अदियाला जेल के अधिकारियों ने कहा है कि खान इमरान खान अभी भी जेल में हैं। वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। अधिकारियों ने मौत की अफवाहों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कन्फर्म किया कि उन्हें पूरी मेडिकल मदद मिल रही है।
बहनों ने किया प्रदर्शन, इंसाफ की मांग
इमरान खान की तीन बहनों ने अदियाला जेल के बाहर उन पर और खान के समर्थकों पर पिछले सप्ताह हुए बर्बर पुलिस हमले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। जेल में बंद इमरान खान की बहनों नोरीन नियाजी, अलीमा खान और डॉ. उजमा खान को अपने भाई से मिलने की अनुमति नहीं दी गई थी। उसके बाद खान की बहनों ने पीटीआई के अन्य सदस्यों के साथ अदियाला जेल के बाहर डेरा डाल दिया था।
बहनों को पुलिस ने बुरी तरह से पीटा
वे एक महीने से जेल के बाहर बैठे थे। इसी दौरान पुलिसकर्मियों ने उन पर हमला कर दिया और उन्हें बेरहमी से पीटा। पार्टी ने सवाल किया कि क्या इमरान खान से मुलाकात की मांग करना कार्यकर्ताओं का अपराध था। पंजाब प्रांत के पुलिस प्रमुख उस्मान अनवर को लिखे पत्र में खान की बहनों ने कहा कि हिंसा क्रूर और सुनियोजित थी तथा पुलिसकर्मियों द्वारा बिना उकसावे के की गई।
इमरान खान की बहन नोरीन नियाजी ने कहा, "हमने उनके (खान के) स्वास्थ्य स्थिति को लेकर शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन किया। हमने न तो सड़कें जाम कीं, न ही सार्वजनिक आवाजाही में बाधा डाली और न ही किसी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल हुए। फिर भी बिना किसी चेतावनी या उकसावे के क्षेत्र की स्ट्रीट लाइट अचानक बंद कर दी गई। इससे वहां अंधेरा छा गया। इसके बाद पंजाब पुलिस के कर्मियों द्वारा हम पर क्रूर और सुनियोजित हमला किया गया।