ईरान के सरकारी मीडिया के अनुसार, शनिवार को दक्षिणी ईरानी पोर्ट सिटी बंदर अब्बास के शाहिद राजाई पोर्ट पर एक बड़ा विस्फोट हुआ, जिसमें कम से कम 280 लोग घायल हो गए। विस्फोट का कारण अभी तक पता नहीं चला है। एक ईरानी न्यूज एजेंसी ने यह भी कहा कि अधिकारियों को चिंता है कि विस्फोट के समय बंदरगाह पर काम कर रहे कर्मचारियों की संख्या को देखते हुए, इसमें मरने वालों की संख्या ज्यादा भी हो सकती हैं।
घायलों को दक्षिणी प्रांत होर्मोज्गान के नजदीत मेडिकल सेंटर में ट्रांसफर कर दिया गया है। एक स्थानीय अधिकारी ने ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसियों को बताया कि यह विस्फोट शाहिद राजाई पोर्ट के घाट इलाके में रखे कई कंटेनरों में हुए विस्फोट के कारण हुआ। स्थानीय रेस्क्यू टीम के अधिकारी ने कहा कि घायलों को निकाला जा रहा है और उन्हें मेडिकल सेंटर में भेजा जा रहा है।
रॉयटर्स की एक अलग रिपोर्ट में बताया गया कि यह विस्फोट ऐसे समय हुआ, जब ईरान ओमान में USA के साथ परमाणु वार्ता का तीसरा राउंड शुरू कर रहा था। विस्फोट के कई वीडियो सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। एक्स पर शेयर किए गए कुछ वीडियो में विस्फोट के बाद मशरूम जैसा बादल बनते हुए दिखाया गया है।
विस्फोट के कई वीडियो सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। X पर शेयर किए गए कुछ वीडियो में विस्फोट के बाद मशरूम जैसा बादल बनते हुए दिखाया गया है। डैशकैम से शूट किए गए एक वीडियो में एक विस्फोट को कैद करने का दावा किया गया है।
तस्नीम न्यूज एजेंसी ने कहा कि आग बुझाने के लिए पोर्ट के कामकाज को बंद कर दिया गया था। बंदरगाह के कर्मचारियों की बड़ी संख्या को देखते हुए, "घटना में कई लोग घायल हो सकते हैं या मारे भी जा सकते हैं।"
ईरानी मीडिया ने बताया कि विस्फोट से कई किलोमीटर के दायरे में खिड़कियों के शीशे टूट गए। ऑनलाइन शेयर की गई फुटेज में दिखाया गया है कि विस्फोट के कारण कई किलोमीटर के दायरे में खिड़कियों के शीशे टूट गए।
2020 में, इसी पोर्ट पर कंप्यूटरों पर साइबर हमला हुआ था, जिसके कारण बंदरगाह तक जाने वाले जलमार्गों और सड़कों पर बड़े पैमाने पर बैकअप हो गया था। वाशिंगटन पोस्ट ने बताया कि ईरान के कट्टर दुश्मन इजरायल ने पहले हुए ईरानी साइबर हमले के प्रतिशोध के रूप में उस घटना के पीछे हाथ होने का अनुमान लगाया था।