Iran News: ईरान ने इजरायल के लिए जासूसी के आरोप में बुधवार (25 जून) को तीन और कैदियों को फांसी दे दी। ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी 'इरना' ने बताया कि कैदियों को ईरान के पश्चिम अजरबैजान प्रांत की उर्मिया जेल में फांसी दी गई। पश्चिम अजरबैजान ईरान का सबसे उत्तर पश्चिमी प्रांत है। 'इरना' ने खबर में ईरान की न्यायपालिका का हवाला देते हुए कहा कि इन व्यक्तियों पर देश में हथियार लाने का आरोप था। एसोसिएटेड प्रेस (AP) की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने बुधवार तड़के तीनों को फांसी की सजा दी। खबर है कि कुल 700 लोगों को गिरफ्तार किया है।
न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (AP) की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने इजरायल के साथ युद्ध के दौरान कई लोगों को फांसी की सजा दी है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने आशंका जताई है कि इजरायल के साथ संघर्ष समाप्त होने के बाद कई और लोगों को फांसी पर लटकाया जा सकता है।
फांसी पर लटकाए गए तीनों व्यक्तियों की पहचान ईरान ने आजाद शोजाई, इद्रिस आली और इराकी नागरिक रसूल अहमद रसूल के रूप में की है। बुधवार को दी गई फांसी के साथ ही 16 जून से युद्ध के दौरान जासूसी के आरोप में फांसी की सजा पाने वालों की कुल संख्या छह हो गई है।
इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहल पर इजरायल के साथ सीजफायर लागू होने के बाद ईरान के लोग अब धीरे धीरे सामान्य जीवन में लौटने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि ईरान और इजरायल के बीच आखिरकार सीजफायर हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर कराने का ऐलान किया है।
ट्रंप ने घोषणा की है कि इजरायल और ईरान के बीच सीजफायर पर सहमति बन गई है। उन्होंने दावा किया कि दोनों ही देश मध्यपूर्व में शांति बहाल करने को तैयार हो गए हैं। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच 12 दिन से चल रहा युद्ध रुक गया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि दोनों के बीच संपूर्ण सीजफायर हुआ है।
सीजफायर से भारत को मिली राहत
ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर से भारत को बड़ी राहत मिली है। दरअसल, भारत का पश्चिम एशिया के देशों के साथ 100 अरब डॉलर से अधिक का व्यापार है। इसके अलावा भारत तेज आयात के लिए खाड़ी क्षेत्र पर काफी हद तक निर्भर है। विशेषज्ञों ने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव कम होने से जोखिम कम होता है। माल ढुलाई लागत स्थिर होती है। होर्मुज जलडमरूमध्य (जो ईरान एवं ओमान के बीच एक संकरा लेकिन महत्वपूर्ण रूट है) के माध्यम से भारतीय वस्तुओं का पोत परिवहन मार्गों का अनुमान लगा पाने की क्षमता बढ़ेगी।
आर्थिक शोध संस्थान ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) ने कहा कि पश्चिम एशिया में 100 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के व्यापार तथा खाड़ी से ऊर्जा आयात पर भारी निर्भरता वाले भारत के लिए तनाव में कमी राहत प्रदान करती है। GTRI के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने पीटीआई से कहा, "युद्धविराम से ऊर्जा की कीमतें स्थिर होंगी और महत्वपूर्ण शिपिंग मार्ग सुरक्षित रहेंगे। किसी भी तरह की झड़प से भारत के व्यापार प्रवाह, ऊर्जा सुरक्षा तथा प्रवासी हितों को फिर से खतरा उत्पन्न हो जाएगा।"
उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। जलडमरूमध्य में अस्थिरता कुछ समय के लिए कम हुई है। हालांकि, श्रीवास्तव ने कहा कि यह युद्धविराम अस्थायी साबित हो सकता है। क्योंकि अमेरिका, इजरायल और ईरान के बीच कई मुद्दे अब भी अनसुलझे हैं।